जाने कैसा फैसला हो गया
कि दोनों के बीच फासला हो गया...
*
जिसकी सर की कसमे खाते थे दोनों
वही आज एक-दूसरे के लिए दुश्मन हो गया...
*
खुदा जाने कैसी हवा चली है यह
महबूब ही महबूब का कातिल हो गया...
*
रोती आँखों से सुनाया था उस लड़की ने अपना दर्द
अखबार के लिए खबर,
दुनिया के लिए तमाशा हो गया...
[written by romil - copyright reserved]
No comments:
Post a Comment