Monday, January 17, 2011

जाने कैसा फैसला हो गया

जाने कैसा फैसला हो गया
कि दोनों के बीच फासला हो गया...
*
जिसकी सर की कसमे खाते थे दोनों
वही आज एक-दूसरे के लिए दुश्मन हो गया...
*
खुदा जाने कैसी हवा चली है यह
महबूब ही महबूब का कातिल हो गया...
*
रोती आँखों से सुनाया था उस लड़की ने अपना दर्द
अखबार के लिए खबर, 
दुनिया के लिए तमाशा हो गया...
[written by romil - copyright reserved]

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