लोहड़ी ओह लोहड़ी
रे आ गयी हैं लोहड़ी
बना लो रे जोड़ी
रे आ गयी हैं लोहड़ी
*
सोहनी सोहनी कुड़ी ने छेड़ी चुप्पी चुप्पी गल्लाँ
मैं नहीं मुंडे की रानी बनना
सखी-सहेलीआं को नहीं छडना
रे चल गई मुंडिया के दिल पर कटारी
रे चल गई मुंडिया के दिल पर कटारी
लोहड़ी ओह लोहड़ी
रे आ गयी हैं लोहड़ी
बना लो रे जोड़ी
रे आ गयी हैं लोहड़ी
*
मुंडे ने भी बाह ऊंची करना
मुछो पर हाथ फेर कर कहना
ज़माने से नहीं डरना
तेरा पीछा नहीं छडना
तेरा पीछा नहीं छडना
अरे तुझे ही अपनी रानी बनाना
रे छड के बाह कुड़ी बागी
रे छड के बाह कुड़ी बागी
लोहड़ी ओह लोहड़ी
रे आ गयी हैं लोहड़ी
बना लो रे जोड़ी
रे आ गयी हैं लोहड़ी
[written by Romil - copyright reserved]
No comments:
Post a Comment