Saturday, January 8, 2011

यह हिंद के शेर हैं...


कपकपाती हुई ठण्ड में भी डटे रहते हैं
बर्फ के मैदानों में भी मोर्चा संभाले रहते हैं 
यह हिंद के शेर हैं
हिंद की रक्षा करते हैं...
*
न यह धुंध, कोहरे से डरते नहीं  
बरसात, ओले में भी आगे बढते रहते हैं
चमकती हुए बिजली में भी चमकते रहते हैं 
यह हिंद के शेर हैं
हिंद की रक्षा करते हैं...
*
न बर्फीला मौसम इनको हारा पाता हैं
न गरजता बादल इनको डरा पाता हैं
दुश्मन भी देख कर इनका हौसला पीछे भाग जाता हैं
यह हिंद के शेर हैं
हिंद की रक्षा करते हैं...
*
हर भारतीय इन पर गर्व करता हैं
गर्व से यह कहता हैं
यह हिंद के शेर हैं
हिंद की रक्षा करते हैं...
[written by romil - copyright reserved]

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