चलो मेरे आंसू पर मिट्टी डालो
थोडा तुम भी मुस्कुरा लो
माना कभी नहीं हम होंगे रूबरू
चलो खवाबों में ही हमको अपना बना लो।
और
अकेलेपन से खौफ आता है मुझको
माँ, आओ कुछ पल मेरे साथ बीता लो
बरसों से जागी हुई लगती है आँखें
माँ, आओ मुझे अपनी गोद में सुला लो।
और
चलो माना की तुमको मुझसे मुहब्बत है
यह भी तुम्हारा झूठ, सच माना
चलो माना की तुमको मुझसे मुहब्बत है
एक बार यह बात दुनिया-ए-जहाँ से नज़रे मिलाकर कह लो।
- रोमिल
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