Wednesday, May 9, 2012

माँ की सीख है इसे भूल न जाओ

माँ की सीख है इसे भूल न जाओ
किसी रोते हुए बच्चे को हँसाओ

यूं फ़िक्र में दिन-रात गलते न जाओ
उठो मुसीबत को सुलझाओ

ज़ुल्म की होती है रात छोटी
डरो नहीं, दिन निकलेगा 
इन्साफ की सुबह को गले लगाओ

गलत होता देख मूह फेर लेना अच्छा नहीं होता 
खुद में हिम्मत लाओ
कुछ बदल के दिखाओ.

और

जब तक वोह न बन सके एक अच्छी इंसान
उसे हर्गिज़ न अपनाओ
उसे हर्गिज़ न अपना बनाओ।

- रोमिल

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