एक इत्तेफाक और हो जाये
काश राह चलते उनसे मुलाक़ात हो जाये...
*
आँखों से अश्खों की नदी बह जाये
ज़िन्दगी फिर तन्हाई के अंधेरों में कही खो जाये...
*
लिपटा उसका दामन मेरे हाथो में - २
कितना कहाँ था उससे दामन समेट ले
कहीं रास्ते में यूं ही बदनाम न हो जाये...
*
डरता हूँ कहीं लोग उसे मेरी दीवानी न कहने लगी - २
हल्की सी जो उसकी आँख लगे रोमिल
उसके शहर से अपनी रवानगी हो जाये...
उसके शहर से अपनी रवानगी हो जाये...
#रोमिल
No comments:
Post a Comment