Friday, February 25, 2011

उदासी का तबस्सु

रोमिल उदासी का तबस्सुम कुछ इस तरह हटा लेते है
राह चलते हुए किसी पर भी मुस्कुरा लेते है

गुस्से पर भी प्यार किया करो 
यह किसी से सीखाया था तुमको रोमिल
बस इसी अंदाज़ में उसकी यादों में दुबकी लगा लेते है...

मुस्कुराता हुआ ही वोह अच्छा लगता है रोमिल 
इसलिए हम खुद को जोकर बना लेते है...

जिनके चहरे पर नकाब हुआ करते है रोमिल
वही शायद ज़िन्दगी को पहचान लेते है...

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