Wednesday, April 20, 2011

रब

रब मेरे खवाबों की दुनिया 
तेरी हकीक़त की दुनिया से कही अच्छी हैं...
*
रब मेरी रब-ए-नाज़ 
तेरे मिट्टी के भगवानो से कही अच्छी हैं...
*
रब क्या सिखाएगी तेरी किताबें मुझे ज़िन्दगी जीना 
मेरे रब-ए-नाज़ की हिदायत तेरी किताबों से कही अच्छी हैं...

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