aankhon ko yeh ask-e-dariya haasil nahi hota
har roz naya gum, naya dard nahi hota.
waise to husn-e-haseen lakon hai is shehar mein
par tere jaisa har koi lafz-e-jadugar nahi hota.
#Romil
आँखों को यह अश्क-ए-दरिया हासिल नहीं होता
हर रोज नया ग़म, नया दर्द नहीं होता.
वैसे तो हुस्न-ए-हसीन लाखों हैं इस शहर में
पर तेरे जैसा हर कोई लफ्ज़-ए-जादूगर नहीं होता.
#रोमिल
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