Friday, September 28, 2012

खुश्क पत्ते की तरह यादें उड़ा दो

खुश्क पत्ते की तरह यादें उड़ा दो
यह मौसम है हवाओं का मेरे यारों...
*
कभी अपने तो कभी पराये थे
यह इंसान नहीं कटपुतलिया है मेरे यारों...
*
हवां के तूफानों में भी भुझे नहीं 
यह मुहब्बत के दीये है मेरे यारों...
*
बड़ी मुद्दतों के बाद उनका सलाम आया
यह उनकी मुहब्बत नहीं, दिल की बेबसी है मेरे यारों...

#रोमिल

No comments:

Post a Comment