ओक लगाकर माँग रहे है तुझसे
बड़े प्यासे है.
प्यास भुझा दे.
होंठ से भुझा न सके तो
मेरे कानों में अपनी आवाज़ का रस ही घोल दे.
*****
न हिन्दू है, न मुस्लिम है.
ग़रीबी मज़हब है इनका
यह बड़े मज़हबी लोग है.
बदल सको को इस मज़हब गरीबी को बदल दो.
#रोमिल
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