Saturday, December 13, 2014

ओक लगाकर माँग रहे है तुझसे

ओक लगाकर माँग रहे है तुझसे 
बड़े प्यासे है.
प्यास भुझा दे.
होंठ से भुझा न सके तो 
मेरे कानों में अपनी आवाज़ का रस ही घोल दे.
*****
न हिन्दू है, न मुस्लिम है. 
ग़रीबी मज़हब है इनका 
यह बड़े मज़हबी लोग है.

बदल सको को इस मज़हब गरीबी को बदल दो. 

#रोमिल

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