Friday, December 3, 2010

सफ़र जारी हैं अब तक...

तेरी मेहंदी का नशा जारी हैं अब तक
मैं शराबी हूँ तेरा अब तक...
*
तेरी चूडियो की खनक मेरी नींद उड़ाई हुई हैं अब तक
मेरे खवाबो का महल जारी हैं अब तक...
*
यूँ ही तुझे साडी में लिपटा देखता हूँ अब तक
मैं तेरा दीवाना हूँ अब तक...
*
किससे पुछू तेरा नाम-ओ-पता
तेरी तलाश का सफ़र जारी हैं अब तक...
[WRITTEN BY ROMIL - COPYRIGHT RESERVED]

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