ज़िन्दगी का सफ़र उदास चल रहा है
ख़त नहीं आते उसके
न जाने कैसा बेरुकी का दौर चल रहा है...
*
काश वोह ख़त में एक गुलाब रख देता
अपना प्यारा लब साथ रख देता
खवाइश के कत्ल का दौर चल रहा है...
*
काश खुदा मुझे सजा सुना दे मोहब्बत की
मुझे रूबरू कर दे मेरे कातिल के
बस यही आज कल दुआ का दौर चल रहा है...
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ye dil to kisi aur desh ka parinda ha ,
ReplyDeleteseene me to rhta hai pr bs me nahi
LAJAWAB...
ReplyDeletehai to yeh mera apna
fir bhi kisi aur ke liye dhadakta hai...
yeh dil hai paagal dil mera...