ओ नूर-ए-नज़र चाँद
चाँद आप कहो तो...
आपके कानो में झुमका पहना दूं...
चहरे पर आती हुई लट को हटा दूं...
दिल-ए-आरज़ू यह भी है
आपको पायल पहना दूं...
गुस्ताखी तो यह भी करने को मजबूर-ए-दिल चाह रहा है
आपके बालों में गुलाब लगा दूं...
देखो कहीं न सीडियो पर आपका पैर फिसल जाये
आपको बाहों में उठा दूं...
देखो बीत न जाये यह रात आँखों में
आपको, अपनी गोद में सुला दूं..
चाँद आप कहो तो...
#रोमिल
No comments:
Post a Comment