आज दिल कुछ दुखा - दुखा सा है
आँखों में आंसू का काफिला सा है
आज फिर तुम, मुझको याद आये हो
आज फिर तन्हाई साथ लाये हो
बोलो न
इतना सताते क्यों हो
बोला न
मुझको इतना रुलाते क्यों हो
बोलो न
तुम मेरे करीब आते क्यों नहीं हो
कुछ तोह
बोलो न
बोलो न
बोलो न
[WRITTEN BY ROMIL - COPYRIGHT RESERVED]
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