तेज़ हवा से रिश्ता निभाते चलो
तुम चिराग को बचाते चलो
नदियाँ ही मिलती है सागर से
तुम आकार अपना बढ़ाते चलो
आज़ादी की हमेशा रखो आरज़ू
पिंजरे को भी पंख लगाते चलो
मैं मर जाऊँ तो मेरी खबर मत बनाना रोमिल
तुम किताबों में मेरी मोहब्बत-ए-कहानी लिखते चलो
तेज़ हवा से रिश्ता निभाते चलो
तुम चिराग को बचाते चलो...
#रोमिल
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