खुद से ही बातें करती है
सबको समझाती रहती है
जैसे दादी-अम्मा हो कहीं की
किताबों में खोई रहती है
टीवी चलाकर सोती है
आई पोड में उलझी रहती है...
मगर जब वोह चश्मा लगाये
थोडा गुस्से में आये
मेरा कोलर पकड़कर मुझे धमकाए
प्यार से गाल पर थप्पड़ मुझे वो मार जाये
my dil goes mmmmm
सबको समझाती रहती है
जैसे दादी-अम्मा हो कहीं की
किताबों में खोई रहती है
टीवी चलाकर सोती है
आई पोड में उलझी रहती है...
मगर जब वोह चश्मा लगाये
थोडा गुस्से में आये
मेरा कोलर पकड़कर मुझे धमकाए
प्यार से गाल पर थप्पड़ मुझे वो मार जाये
my dil goes mmmmm
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