Monday, February 13, 2012

माँ, आप आ जाओ

माँ, आप आ जाओ
आपसे हाल-ए-दिल कहना चाहता हूँ
कुछ बातें जो मैंने दिल में छुपा रखी है वो कहना चाहता हूँ
कौन जाने
कब मेरी यह आँखें बंद हो जाये
आप आ जाओ
आपसे ह़र एक बात कहना चाहता हूँ

आप आ जाओ माँ
मैं आपसे मिलना चाहता हूँ
छुपकर, अंजान होकर, सब कुछ देखती रहती हो आप
अब मैं यह आँख-मिचोली बंद करना चाहता हूँ
आप आ जाओ
मैं आपको देखना चाहता हूँ...

बहुत प्यार करता हूँ आपसे कभी कह न पाया
जब आप पर गुस्सा हो जाता था
तो चुपचाप बाथरूम में जाकर या तकिये से लिपट कर रो भी लेता था
कभी आपको, अपने आंसू दिखा न पाया
अपनी हर गलती के लिए माफ़ी मांगना चाहता हूँ
आप आ जाओ
माँ, आप बस आ जाओ...
रोमिल के पास जल्दी से आ जाओ...

#रोमिल

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