उंगलियाँ थाम के खुद चलाना सिखाया था माँ ने
खुद रोकर हँसना सिखाया था माँ ने
कंधे पर बैठाकर झुलाया था माँ ने
धूप में नंगा कर नहलाया था माँ ने
नाराज़ी का नकली चेहरा लगाकर डांटा था माँ ने
लोरी सुना, बड़े शौक से सुलाया था माँ ने
धूप में अपने आंचल से छुपाया था माँ ने
रोमिल खुद बच्चा बन नीम, आम के पेड़ के नीचे खिलाया था माँ ने.
#रोमिल
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