बिस्तर पर चादर ओढ़े हम लेटे रहे
बीत गया होली का त्यौहार.
न रंग खेला किसी से
न लिखा कोई सदविचार.
बीत गया होली का त्यौहार.
खिड़की, दरवाज़े पर पड़ा रहा पर्दा
कभी टी.वी. देखा
कभी एस.एम.एस. किया
कभी पढ़ा अख़बार
बीत गया होली का त्यौहार.
माँ को याद किया
माँ को याद किया
तस्वीर पर गुलाल का लगाया टीका
फिर गुलाब-गेंदा की माला से किया माँ का श्रृंगार
बीत गया होली का त्यौहार.
रोमिल बीत गया होली का त्यौहार.
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