गेंदे-गुलाब की माला और फूल बरसता है,
माँ तेरे लिए अबीर-गुलाल बरसता है.
नैनो की ज्योति यह खुशियों का हुडदंग बरसता है,
माँ तेरे लिए जीवन का सुर-संगीत बरसता है.
जो कुछ मेरा है सब तुमको अर्पित,
माँ तेरे लिए यह सांसों का कण-कण बरसता है.
ग्रहण करो माँ रोमिल का प्रणाम इस त्यौहार में,
माँ तेरे लिए परंपरा का श्रृंगार बरसता है.
#रोमिल
No comments:
Post a Comment