दिल न लगे किसी से तेरी यादों का सहारा रहे
फिर न कोई हुस्न वाला सिर्फ एक रात के लिए हमारा रहे
बाहों में सुलाए फिर पटक दे ज़मी पे
ऐसा न ज़िन्दगी में हादसा दुबारा रहे
और
बड़ी उम्मीद थी मेरी तुझसे
"कि तू मेरा साथ देगी"
इस तरह कोई उम्र भर न-उम्मीदवार रहे
जो मेरी अम्मी के जनाज़े में शरीक न हो सकी
ऐसे महबूब से हम मीलों दूर ही रहे
और
कोई तो उपाए ऐसा बता मेरे मौला
की अम्मी मेरी आखिरी सांस तक मेरे पास रहे।
#रोमिल
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