हम गरीबी में भी मोहब्बत का मज़ा ले लेते है
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
*
छत से टपकता रहता है पानी सारी रात
किसी कोने में बैठ कर हम
एक दूसरे की बाहों में नींदे ले लेते हैं...
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
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एक कमरा
एक रजाई
एक कटोरी
एक चम्मच
एक पलेट में जीवन बिता देते है
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
*
टीवी, रेडियो न पास हो तोह
खुद ही बजा,
खुद ही गुनगुना लेते है
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
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अपने आँचल में हो चाहे कितने भी गम
हमसफ़र के होंठों पर मुस्कान सजा देते है
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
[WRITTEN BY ROMIL - COPYRIGHT RESERVED]
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