Wednesday, December 1, 2010

मुझे इजाज़त दो...

मैं तुमको प्यार करू
मुझे इजाज़त दे दो...
मैं तुम पर जान निसार करू
मुझे इजाज़त दे दो...
सजाऊ तुम्हारे लिए जश्न-ए-जहाँ
मुझे इजाज़त दे दो...
ओह मेरी जान-ए-वफ़ा
तेरा ख्याल करू
मुझे इजाज़त दे दो...
पूछते है लोग मुझसे तेरा नाम-ए-पता
पुकार सकू मैं तुम्हे अपना
मुझे इजाज़त दे दो...
[WRITTEN BY ROMIL - COPYRIGHT RESERVED]

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