माँ जब तुम रोशनी के पास गई होगी
बाहें फैलाकर देवदूतों ने तुम्हारा स्वागत किया होगा.
प्रेम, ख़ुशी, शांति की भावनाएं वहां होंगी
दर्द, कष्ट, दुःख वहां असंभव होगा.
कुदरत भी आपकी बहादुरी के वहां कायल होगी
आपने जो हासिल कर लिया, बहुतों को तो वहां तक पहुँचाना भी नसीब न हुआ होगा.
मैं जानता हूँ आप वहां भी अपने "भालू" को याद करती होगी
जीवन-मृत्युं के पुल के बीच माँ-बेटे का प्रेम हमेशा कायम रहेगा.
- रोमिल
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