१. ज़िन्दगी ऐसी होनी चाहिए जिसके हर एक पन्ने को पढ़ने में मज़ा आये.
२. ज़िन्दगी के सबक होम्योपैथिक दवाई की तरह होने चाहिए, जो जुबान पर आते ही घुल जाये और कड़वा भी न लगे.
३. ज़िन्दगी मौसमी के जूस की तरह होनी चाहिए जो स्वादिष्ट भी हो और जिसमे पोषण भी हो.
४. ज़िन्दगी का हर दिन एक डॉक्टर की तरह होना चाहिए, जो एक जादुई पल में दुनिया में नया जीवन उत्पन्न कर देता हैं. नया दिन, नया जीवन.
५. ज़िन्दगी हमेशा माँ के उपकारों, प्यार के नीचे दबी रहनी चाहिए. कभी भी भगवान की तस्वीर को भूलने लगे हो तो माँ को देख लेना चाहिए.
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