Monday, January 17, 2011

रोमिल V/S रोमिल

रोमिल V/S रोमिल  

रोमिल१ - भैया, आपकी ज़िन्दगी में शायरी, कविता क्या माने रखती हैं???
रोमिल२ - बस अपने जस्बातों को शब्दों में बयान करना...

और यह सच बात हैं कि मुझसे ख़राब इस दुनिया में कोइए नहीं लिखता होगा... पता नहीं में क्या-क्या उल्टा सीधा लिखा करता हूँ....

जिगर मोरादाबादी जी ने बहुत खूब कहाँ था..
"yeh ishq nahin aasaan bas itna samaj lijiye,
eik aag ka dariyaa hai aur doob ke jaana hai"

निदा फाजली जी ने बहुत खूब कहाँ था..

"hosh vaalon ko khabar kya bekhudii kya cheez hai

ishq kijiye phir samajhiye zindagii kya cheez hai"
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मन से सुन्दर रहो यार...

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