रसोई में गर कुछ लज़ीज़ बनाये
तह जोर से आवाज़ देकर मुझे बुला लेती है
मेरी माँ...
चप्पल जो रसोई में पहने देखे
तो जोर से कान मरोड़ देती है
मेरी माँ...
कुछ-कुछ खट्टी... कुछ-कुछ मीठी है
मेरी माँ...
*
माखन लगाकर
गरम-गरम रोज़ ज़बरदस्ती मुझे एक रोटी ज्यादा खिला देती है
मेरी माँ
फिर, मोटा होता जा रहा है यह कहती रहती है
मेरी माँ...
तह जोर से आवाज़ देकर मुझे बुला लेती है
मेरी माँ...
चप्पल जो रसोई में पहने देखे
तो जोर से कान मरोड़ देती है
मेरी माँ...
कुछ-कुछ खट्टी... कुछ-कुछ मीठी है
मेरी माँ...
*
माखन लगाकर
गरम-गरम रोज़ ज़बरदस्ती मुझे एक रोटी ज्यादा खिला देती है
मेरी माँ
फिर, मोटा होता जा रहा है यह कहती रहती है
मेरी माँ...
कुछ-कुछ खट्टी... कुछ-कुछ मीठी है
मेरी माँ...
*
सर्दी में जबरदस्ती मुझे स्वेटर पहना देती हैं
मेरी माँ...
जोर से चहरे पर, हाथो में, पैरों में
कोल्ड क्रीम भी लगाती हैं
मेरी माँ...
कुछ-कुछ खट्टी... कुछ-कुछ मीठी है
मेरी माँ...
मेरी माँ...
*
सर्दी में जबरदस्ती मुझे स्वेटर पहना देती हैं
मेरी माँ...
जोर से चहरे पर, हाथो में, पैरों में
कोल्ड क्रीम भी लगाती हैं
मेरी माँ...
कुछ-कुछ खट्टी... कुछ-कुछ मीठी है
मेरी माँ...
#रोमिल
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