Monday, July 25, 2011

कल्पना ही सब कुछ है. यह जीवन की आगामी आकर्षणों का पूर्वदर्शन है

"कल्पना ही सब कुछ है. यह जीवन की आगामी आकर्षणों का पूर्वदर्शन है." 

जेनेवीव बेहरेंड (१८८१-१९६०)

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