Monday, August 22, 2011

जय कृष्ण हरे, जय कृष्ण हरे

जय कृष्ण हरे, जय कृष्ण हरे
दुखियों के दुःख दूर करे
जय जय जय कृष्ण हरे...
जब चारों तरफ अँधियारा हो
आशा का दूर किनारा हो
जब कोई न खेवन हारा हो
तब तू ही नाव पर करे
जय जय जय कृष्ण हरे...

तू चाहे तो सब कुछ कर दे
विष को भी अमृत करदे
पूर्ण करदे उसकी आशा
जो भी तेरा ध्यान धरे
जय जय जय कृष्ण हरे...
जय जय जय कृष्ण हरे...
***
श्री कृष्ण जी आप सबको सुख-शांति देना
सबके कष्टों को दूर करना
सबका हर पल ख्याल रखना
जय जय जय कृष्ण हरे...
जय जय जय कृष्ण हरे...

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