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Sunday, April 15, 2012

कभी भी अपने परिवारवालों के सामने

कभी भी अपने परिवारवालों के सामने, अपने जीवनसाथी के परिवारवालों की आलोचना न करें.

जीवनसाथी के परिवार वालों के

जीवनसाथी के परिवार वालों के पहनावे या बोलचाल के बारे में कोई ओछी बात न कहे.

ध्यान रहे कि जीवनसाथी के परिवार के प्रति

ध्यान रहे कि जीवनसाथी के परिवार के प्रति आपकी आवभगत, सम्मान और मैत्री को आपकी चापलूसी या दखलंदाजी न मान लिया जाये.

अपने जीवनसाथी के परिवारवालों के प्रति

अपने जीवनसाथी के परिवारवालों के प्रति हमारा व्यवहार सम्मानजनक होने के साथ-साथ सहायतापूर्ण भी होना चाहिए.

Thursday, April 12, 2012

कभी भी अपने जीवनसाथी पर भद्दी या अश्लील चुटकुले न कहे

कभी भी अपने जीवनसाथी पर भद्दी या अश्लील चुटकुले न कहे 
न ही कभी उसको खुद सुनाए 
न ही कभी उसको ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करें !

अपने जीवनसाथी के रिश्तेदारों के साथ हमेशा सम्मानजनक व्यवहार करें.

अपने जीवनसाथी के रिश्तेदारों के साथ हमेशा सम्मानजनक व्यवहार करें. उसके प्रति कभी भी अपशब्दों का प्रयोग मत करें.

अपने जीवनसाथी की बातों को बीच में काटना नहीं चाहिए

अपने जीवनसाथी की बातों को बीच में काटना नहीं चाहिए, बल्कि उसकी पूरी बात सुनने के बाद उससे बात करनी चाहिए, इससे मतभेद नहीं बढाता हैं.

दूसरों के सामने अपने जीवनसाथी का अपमान या आलोचना नहीं करनी चाहिए.

दूसरों के सामने अपने जीवनसाथी का अपमान या आलोचना नहीं करनी चाहिए.

Thursday, January 5, 2012

किसी भी व्यक्ति द्वारा किये गए उत्तम कार्य की प्रशंसा पूरी ईमानदारी के साथ मन से करे

किसी भी व्यक्ति द्वारा किये गए उत्तम कार्य की प्रशंसा पूरी ईमानदारी के साथ मन से करे, बनावटी या ऊपरी दिखावा न करे.

यदि अति जरुरी न हो तो किसी भी व्यक्ति से उसके रिश्तों और वैवाहिक स्थिति को लेकर व्यक्तिगत सवाल न करे.

यदि अति जरुरी न हो तो किसी भी व्यक्ति से उसके रिश्तों और वैवाहिक स्थिति को लेकर व्यक्तिगत सवाल न करे.

Monday, December 26, 2011

अनुमति के बिना न लें

मोबाइल कैमरा से किसी की भी फोटो उसकी अनुमति के बिना न लें और न ही किसी की फोटो उसकी अनुमति के बिना किसी भी सोशल नेटवर्किंग साईटों पर अपलोड करे.

कभी भी अश्लील, भद्दे, अफवाह या किसी की भी बुराई करने वाले एस.एम.एस. या इ-मेल न करे.

कभी भी अश्लील, भद्दे, अफवाह या किसी की भी बुराई करने वाले एस.एम.एस. या इ-मेल न करे.

कभी भी बिना वजह एस.एम.एस. या इ-मेल को फॉरवर्ड मत करे.

कभी भी बिना वजह एस.एम.एस. या इ-मेल को फॉरवर्ड मत करे.

सर्वप्रथम अपना परिचय दे, फिर बात/ विवरण लिखे.

यदि किसी व्यक्ति को प्रथम बार फोन, एस.एम.एस. या इ-मेल कर रहे हो तो सर्वप्रथम अपना परिचय दे, फिर बात/ विवरण लिखे.

Friday, December 16, 2011

गृहस्थ

गृहस्थ

१. यह घर हमारा घर नहीं भगवान का निवास स्थान है, इस भाव से रहे.
२. गृहस्थ अपने घर का मालिक नहीं मुनीम है, ऐसा समझे. 
३. गृहस्थ का घर भगवान का मंदिर हो जाये - इस प्रकार आचरणपूर्वक घर में निवास करे.
४. जिस घर में साधु-संतो, अतिथि एवं गरीब-असहाए का सम्मान होता है, वह घर स्वर्ग के सामान होता है. 
५. प्रेम ही घर की प्रतिष्ठा है.
६. सुव्यवस्था ही घर की शोभा है.
७. सुसमाधान ही घर का सुख है.
८. घर ही सबसे महत्वपूर्ण आश्रम है.
९. घर में पूरे परिवार को एक साथ बैठकर भगवान का कीर्तन करने से परमानन्द प्राप्त होता है.
१०. पति-पत्नी का सम्बन्ध केवल भोग-विलास के लिए नहीं बल्कि प्रेम, घर निर्माण, घर सुख, त्याग के लिए है.

Tuesday, December 13, 2011

हर किसी के पैर छूने से बचाना चाहिए

हर किसी के पैर छूने से बचाना चाहिए. समुदाय के सम्मानित लोगों और अपने से बड़ों का सिर्फ आदर करें. हर किसी के पैर छूना आपको दूसरों की नज़रों में चापलूस बनाता है. पैर छूना आदर दर्शाने की एक भारतीय सभ्यता है न कि स्वागत करने की.

धार्मिक विश्वासों के बारे में अपशब्द या अनुचित बात न कहे.

कभी भी किसी के धर्म, धार्मिक विषयों, धार्मिक भावनाओं, धार्मिक विश्वासों के बारे में अपशब्द या अनुचित बात न कहे.

Monday, December 12, 2011

अगर कभी आपके मुंह से कोई गलत बात निकल जाये तो संज्ञान आने पर तुरंत क्षमा मांगे.

अगर कभी आपके मुंह से कोई गलत बात निकल जाये तो संज्ञान आने पर तुरंत क्षमा मांगे.

किसी भी इंसान से उसकी आय या वेतन से लेकर व्यक्तिगत सवाल

किसी भी इंसान से उसकी आय या वेतन से लेकर व्यक्तिगत सवाल तब तक न करें, जब तक की यह आवश्यक न हो.

Sunday, December 11, 2011

कभी भी किसी भी व्यक्ति को समझाते वक्त

कभी भी किसी भी व्यक्ति को समझाते वक्त गुस्सा या अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए. बल्कि विनम्र, नरमी बरतते हुए प्रभावशाली ढंग से समझाना चाहिए.