ALL POSTS DEDICATED TO MY RAB NAAZ... ONLY NAAZ... NAAZ KE QAATIL KO DEKHA NAHI KABHI ROMIL, LEKIN DIL YEH KEHTA HAIN KI WOH RAB HAIN... WOH RAB HAIN...WRITTEN BY ROMIL. COPYRIGHT RESERVED TO HTTP://WWW.TERELIYE-SUNNY-RAJ.BLOGSPOT.COM AND WRITER!
Saturday, December 18, 2010
Sau Gram Zindagi
Thodi si meethi hai
Zara si mirchi hai
Sau gram zindagi yeh
Sambhaal ke kharchi hai
Asli hai, jhooti hai
Khaalish hai, farzi hai
Sau gram zindagi yeh
Sau gram zindagi yeh
Sambhaal ke kharchi hai
Thodi si meethi hai
Zara si mirchi hai
Lyricsmasti.com
Der tak ubaali hai
Cup mein daali hai
Kadvi hai naseeb si
Yeh coffee gaadhi gaadhi hai
Chamach bhar cheeni ho
Itni si marzi hai
Sau gram zindagi yeh
Sau gram zindagi yeh
Sambhaal ke kharchi hai
Khari hai, khoti hai
Rone ko chhoti hai
Dhaagey se khushiyon ko
Seelti hai darzi hai
Sau gram zindagi yeh
Sau gram zindagi yeh
Sambhaal ke kharchi hai
Thodi si meethi hai
Zara si mirchi hai
Life is good
Life is wonderful
Life is pain
Oh yeah yeah yeah
Life is good, life is good
Life is wonderful, wonderful
Life is pain
It all part of that game
Life is love
It all good
That's the way
Sau gram zindagi yeh
Sau gram zindagi yeh
Sau gram zindagi yeh
Sau gram zindagi yeh
Jaane Kiske Khawab...
Hindi Song: Jaane Kiske Khwab
Hindi Movie: Guzaarish
Singer(S): K K
Music: Sanjay Leela Bhansali
Director: Sanjay Leela Bhansali
Starring: Hrithik Roshan, Aishwarya Rai Bachchan
Lyrics: Turaz
Jaane Kiske Khawab...
Takhiye Ke Neeche Raat Rakh Jaati Hai?
Hala Ki Neend Nahi Aati Hai...
Jaane Kiske Khawab...
Takhiye Ke Neeche Raat Rakh Jaati Hai?
Jagti Aankhon Mein Bhi Ab Koi Sota Hai
Jab Koi Nahi Hota, Tab Koi Hota Hai...
Jagti Aankhon Mein Bhi Ab Koi Sota Hai
Jab Koi Nahi Hota, Tab Koi Hota Hai...
Jaane Kiski Baat...
Hothon Pe Laake Raat Rakh Jaati Hai?
Hala Ke Neend Nahi Aati Hai...
Friday, December 17, 2010
रोमिल V/S रोमिल
रोमिल V/S रोमिल
रोमिल - भैया, अगर आप अभी आने वाले एक सेकंड में ही इस दुनिया को अलविदा कह गए तोह लोग आपकी कब्र पर क्या शब्द लिखे या आखिरी दिन आपकी याद में क्या शब्द कहे जाये और क्या आप अपनी ज़िन्दगी के सफ़र को सफल समझेगे ???
रोमिल - यह बात कहना मेरे लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल है...
वोह इसलिए क्यूंकि... मेरा अब नाज़ के सिवा किसी से कोई रिश्ता नहीं है इसलिए किसी को मुझे याद करना तोह नामुमकिन सी बात है...
फिर भी कुछ कहने की कोशिश करूँगा...
यह सच है मैंने अपनी ज़िन्दगी में कुछ ऐसा काम नहीं किया जिससे यह दुनिया मुझे याद रखे.. परन्तु... परन्तु... परन्तु... अगर में अपनी ज़िन्दगी के बीते हुए २८ साल को देखू तो जरुर बहुत कुछ ऐसा किया है, जो मेरे मन की संतुष्टि के लिए था... जिससे में अपनी ज़िन्दगी सफल समझ सकता हो... आज तक ईमानदारी, इज्ज़हत के साथ ज़िन्दगी जी... मेहनत की... परिवार का साथ न होते हुए भी शिक्षा पूरी की... १३ साल लगातार जी-जान, मेहनत, ईमानदारी के साथ प्राइवेट नौकरी की... जितनी मदद कर सकता है, उतनी मदद लोगों की की...
यह भी सच है बहुत सारे खवाब पूरे नहीं हो सके...
१. नाज़ के नाम से स्कूल बनवाना चाहता था... नहीं बनवा पाया...
२. माँ के लिए बहुत कुछ करना चाहता था... सच में उतना नही कर पाया... फिर भी जितना कर सकता हूँ उतना १००% जरुर करता हूँ, चाहे हमारे बीच अब कोइए रिश्ता न रहा हो... मैं सिर्फ अपना कर्म कर रहा हूँ...
३. एक घर जरुर चाहता था खुद के लिए बनवाना... पहले खुद के लिए सोचा नहीं था घर, अब बनवा नहीं पा रहा हूँ...
४. मैं अपनी शिक्षा, बहुत ज्यादा हाई क्लास की चाहता था... जो नहीं कर सका... इसके लिए खुद जिम्मेदार हूँ...
मन से सुन्दर रहो...
एक सजा और रोमिल को दी जाये
एक सजा और रोमिल को दी जाये
उसको अपने होंठों की हंसी सुना दी जाये...
*
थोडा सा और रोमिल को गुस्सा दिलाया जाये
एक झूठ भरा मोहब्बत का ख़त और उसको लिखा जाये...
*
एक और ताज़ा सितम उस पर किया जाये
भरे फोरम में उसको जलील करवाया जाये...
*
चलो उसके ज़ख्मो को कुरेद दिया जाये
पहले आग लगायी जाये फिर भुजा दी जाये...
[WRITTEN BY ROMIL - COPYRIGHT RESERVED]
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे - II
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे - II
*
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे
मक्के कि रोटी संग सरसों का साग खाते थे
आग को तापते हुए जब गज़क, रबड़ी का आनंद लेते थे
रजाई में बैठ कर जब मूंगफली और गुड खाते थे
गरम-गरम गज़र का हलवा जब सबसे छुपा के भागते थे
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे...
[written by romil - copyright reserved]Bandgi satguru ki karna, asli tera kam tha, Gair khayalon ko hatakar, dil main basana prabhu ka nam tha
Bandgi satguru ki karna, asli tera kam tha |
Gair khayalon ko hatakar, dil main basana prabhu ka nam tha |
Chet ja ab jag ja, hai zindagi 2, 4 din |
Karle nam bhakti ki kamai, sawanr jaye tera jivan |
SATNAM SRI WAHEGURU JEE.
*
SRI WAHEGURU JEE SABKO APNI REHMATON SE NAWAZO
SABKO KHUSHIYAAN DENA MERE MAALIK
MAA,NAAZ,GUNN,PITAJI,TUFFY KA KHAYAL RAKHANA
*
SATNAM SRI WAHEGURU JEE
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