Saturday, November 13, 2010

Milke Bichad Jate Hai...


"Milke Bichad Jate Hai,
Jis Tarah...
Do Raaste,
Naye Manzil Ki Tarah,
Aankon Mein Reh Jaati Hai,
Umar Bhar Ke Vaaste,
Tadapti Tadap...
Pyar Wo Zakhm Ho,
Jo Bhare Na Kabhi,
Mil Ke Bhi Khatam Hota Nahi Yeh Safar,
Kaise Kahe Hume
Kitani Mohabbat Hai...

बाकि तोह सब हैं मक्खी...

नाज़ आपको एक टाइम पास सुनते हैं....
__________
किसी को विक्की चाहिए
किसी को चाहिए लक्की
बाकि तोह सब हैं मक्खी... 

वाह वाह...

karmi aave kapda, nadri mokh dawar...

Sri Waheguru Jee Ka Khalsa
Sri Waheguru Jee Ki Fateh
____________
karmi aave kapda, nadri mokh dawar
nanak aiven janiye sabh aape scheyar

Hey Lord
v r supremely blessed wd d species (Kapda/ Cloth) of human beings due to r KARAM....
may r present KARAMS b also blessed wd ur DIVINE VISION
_____________
Sri Waheguru Jee aaphi sabko, sabkuch daine wale ho
Sri Waheguru Jee aaphi sabke dukhon ko durr karne wale ho
SRI WAHEGURU JEE BAS ISSI TARAH SAB PAR APNI MEHAR BANAIYE RAKHANA
NaaZ ko har sukh dena...
______________
SATNAM SRI WAHEGURU JEE  

अंदाज़

यूं ही मुस्कुराते हुए मिल जाना
सनम तुम्हारा हैं अंदाज़ पुराना
यूं ही मुस्कुराते हुए मिल जाना...
*
दिल के फूलों को यूं न खिलाओ तुम ज़रा
गैर के संग यूं न मुस्कुराओ तुम ज़रा
कर न दे हुस्न वालों को तेरा अंदाज़ दीवाना
यूं ही मुस्कुराते हुए मिल जाना
सनम तुम्हारा हैं अंदाज़ पुराना
*
दिल की खता कहे
या आँखों को गुनेहगार कहे
लाखों में चुना जो तेरा अंदाज़ निराला
यूं ही मुस्कुराते हुए मिल जाना
सनम तुम्हारा हैं अंदाज़ पुराना
*
छोड़ के तुम भी चले गए
किस्मत की तरह
हमको महबूब का पसंद आया अंदाज़ सुहाना
यूं ही मुस्कुराते हुए मिल जाना
सनम तुम्हारा हैं अंदाज़ पुराना
[copyright reserved]

Friday, November 12, 2010

दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया

दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया
मुहब्बत का कोइए हमको
सबक सीखा गया...
दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया
मुहब्बत का कोइए हमको
सबक सीखा गया...
*
यह सच है
यह सच है
हाँ यह सच है
मुझे उनसे शिकवे है हजारो
यह सच है मुझे उनसे शिकवे है हजारो
पर न जाने क्यों यह क़दम उनकी चौखट पे आ गया.
दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया....
*
अर्ज़ है...
"अभी बरसात को रोक ले ए मेरे जान-ए-खुदा
मेरा महबूब अभी कही रास्ते में होगा"
*
दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया....
न वोह रंग अब दोस्ती का, न वोह रंजिश रही
जा जाने कौन सा मौसम आ गया...
दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया....
*
उसकी यादों के ज़ख्म अब भरने ही लगे थे
उसकी यादों के ज़ख्म अब भरने ही लगे थे
बेवफा वोह किसी गैर के साथ फिर नज़र आ गया...
दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया....
*
सोचा था अब न करेंगे किसी से मुहब्बत रोमिल
सोचा था अब न करेंगे किसी से मुहब्बत रोमिल
न जाने क्यूँ फिर यह दिल किसी पर आ गया...
दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया
मुहब्बत का कोइए हमको
सबक सीखा गया...
दो क़दम साथ चले थे की मोड़ आ गया
मुहब्बत का कोइए हमको
सबक सीखा गया...
[COPYRIGHT RESERVED]

सतनाम श्री वाहेगुरु"""""ستنام سری واھگرو""""" Satnam Sri Waheguru

सतनाम श्री वाहेगुरु"""""ستنام سری واھگرو""""" Satnam Sri Waheguru
*
Sri Waheguru Jee sab bande nu sukh-shanti bakshees karo
sabke adhure karaz poore karo
sabko krodh, kaam, laalach se mukti dilao..
NaaZ par meharbani karna...
*
SATNAM SRI WAHEGURU JEE

kuch shabd..

khoon ka rishta
doston ka saath bhool gaye
hum mohabbat ke siva
har baat bhool gaye...

__________
mera saath chahta hai toh humsafar mera saath de
is qadar
is qadar
is qadar
qadam qadam par
MUJHE DAAGA NA DE...
KAM SE KAM
DAAGA NA DE...

[copyright reserved]