Saturday, March 26, 2011

रोमिल V/S रोमिल


रोमिल V/S रोमिल  

रोमिल१ - Are You Sexually Attracted To One Of Your Relatives?

रोमिल २ - अगर सिर्फ मेरी बात है तोह हाँ... मुझे था... मगर मैं इसे प्यार कहूँगा... क्यूंकि मुझे उससे प्यार था... 

"अब प्यार था तोह था 
ज़माने को नागवार था तोह था
उसे अपना बनाया था तोह था
यह बंधन टूट जाना था तोह था"

अगर मनोविज्ञान से इस बात को समझने की कोशिश करे तोह बहुत से कारण होते है... आकर्षण बहुत तरह का होता है,  सेक्सुअल भी होता है... इस पर बात करके समय नहीं ख़राब करना चाहूँगा... एक लाइन में कुछ कहना चाहूँगा...

१. सेक्स जीवन के आनंद का पल है... यह जीवन के सुख के पल है... यह भागदौड़ में ठराव का पल है... और इंसान को आनंद और सुख, न काम भावना, न जबरदस्ती, न शोषण से हासिल होता है... चाहे जितना कर ले... 

मन से सुन्दर रहो यार

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