*** महामृत्युंजय मंत्र ***
ॐ हो जूंसः ॐ भूभर्वः स्वः !
ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगन्धि पुष्टि वर्धनम् !
उर्वारुकमिव बन्धनातं मृत्योःमुक्षीय मामृतात् !
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ !
भावर्थ:
तीनो लोको के पालनकर्ता, व्यधिहर्ता, पोषणहार, परमात्मा, पक्का फल जिस तरह उसके डंठल से अलग हो जाता हें उसी प्रकार रोग और मृत्यु से मुझे बचाना और अमृतमय जीवन प्रदान करना !!
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
शिव जी अपने भक्त, अपने भक्त के परिवार, समाज और राष्ट्र पर आने वाले हर संकट, बाधा, विपदा और त्रासदी का अंत करो.
नाज़ का ख्याल रखना.
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
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