Tuesday, October 11, 2011

मनुष्य को यह सावधानी रखनी चाहिए कि वह इतना अधिक बुद्धिमान न हो जाए कि हँसने जैसी महान ख़ुशी से वंचित रहने लगे.

मनुष्य को यह सावधानी रखनी चाहिए कि वह इतना अधिक बुद्धिमान न हो जाए कि हँसने जैसी महान ख़ुशी से वंचित रहने लगे.

थॉमस अल्वा एडीसन

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