लेटे-लेटे आँखें आँसूओं से भर जाती है,
उसकी कहीं हुई जब एक-एक बात याद आती है,
जवाब उसको खुला दूँ,
बस दिल यही कहता है
मगर माँ के संस्कारों की बेड़ियां जकड़ जाती है।
कहीं रोते-रोते मर न जाऊं।
यहीं अच्छा होगा।
#रोमिल
उसकी कहीं हुई जब एक-एक बात याद आती है,
जवाब उसको खुला दूँ,
बस दिल यही कहता है
मगर माँ के संस्कारों की बेड़ियां जकड़ जाती है।
कहीं रोते-रोते मर न जाऊं।
यहीं अच्छा होगा।
#रोमिल