Monday, April 16, 2012

YELLOW ROSE MAA AAPKE LIYE...


Subah Jab Palkein Khole Suraj Amritras Ghole

Har Har Har Har Mahadev
Har Har Har Har Mahadev
Har Har Har Har Mahadev
Har Har Har Har Mahadev

Subah Jab Palkein Khole
Suraj Amritras Ghole

O Subah Jab Palkein Khole
Suraj Amritras Ghole
Khile Ankur Shraddha Bhakti Ka
Aur Mann Ka Bhawara Bole
Bum Bum Bhole Bhole
Bum Bum Bhole Bhole

http://shiva-sunny-raj.blogspot.in/2012/04/subah-jab-palkein-khole-suraj-amritras.html
***
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Shiv Shankar Ji sabka uddhar karna
sabka beda paar karna
sabko apni chatar-chaaya mein lena
sabko sukh-shanti pradan karna
maa ka hamesha har pal khayal rakhana
meri khataon ko kshama karna
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya

अच्छा लगता हैं...

अच्छा लगता हैं... 

१. घर से निकलते वक़्त माँ के हाथों से दही-चीनी खाना. 

२. बरसात में भीग रहा हो कोइए पिल्ला तो उसको अपनी शर्ट में छुपाकर किसी सुरक्षित जगह पहुँचाना. 

३. बरसात के मौसम में किसी गरीब की झोपड़ी का छप्पर लगवाने में मदद करना. 

४. पहाड़ों या सुनसान रास्ते पर खड़े होकर जोर से अपने महबूब का नाम पुकारना. 

५. बरसात के मौसम में चाय और पकोड़े खाना. वैसे हमारा चाय का तो कोई भी समय नहीं हैं, जब दिल में टीस उठी, तब पी ली चाय...हा हा हा.

करके देखो... सच में अच्छा लगता हैं...

हैरत हुई है यह देखकर

हैरत हुई है यह देखकर
रौनक नहीं है चेहरे पर
न जाने कहाँ खो गए
सारे खुशियों के पंख उड़ गए.

आइना में देखकर अब इतराते नहीं
चेतना से भर हम जाते नहीं
न अब सुबह अख़बार पढ़ने का चलन रह गया
न ही ईश्वर में श्रद्धा भाव रह गया.



उल्लासों से भरा हृदय नहीं अब
जीवन मंगलमय नहीं अब
गूंजता-गाता, अम्बर नहीं अब
हसीन फूल, हसीं पत्तियाँ, हसीं शाखें नहीं अब.

सवेरे-सवेरे काले बादल उठ आये चारों तरफ
समय टुकड़ों - टुकड़ों में फैला हैं चारों तरफ
एक-एक करके आँखों के सामने आते सब दृश
मेरी माँ के जीवन के आखिरी पल.

- रोमिल

ज़िन्दगी

१. ज़िन्दगी ऐसी होनी चाहिए जिसके हर एक पन्ने को पढ़ने में मज़ा आये.

२. ज़िन्दगी के सबक होम्योपैथिक दवाई की तरह होने चाहिए, जो जुबान पर आते ही घुल जाये और कड़वा भी न लगे.

३. ज़िन्दगी मौसमी के जूस की तरह होनी चाहिए जो स्वादिष्ट भी हो और जिसमे पोषण भी हो.

४. ज़िन्दगी का हर दिन एक डॉक्टर की तरह होना चाहिए, जो एक जादुई पल में दुनिया में नया जीवन उत्पन्न कर देता हैं. नया दिन, नया जीवन.

५. ज़िन्दगी हमेशा माँ के उपकारों, प्यार के नीचे दबी रहनी चाहिए. कभी भी भगवान की तस्वीर को भूलने लगे हो तो माँ को देख लेना चाहिए.

हमने लाइफ में किसी भी काम को छोटा नहीं समझा,

हमने लाइफ में किसी भी काम को छोटा नहीं समझा,
बड़े काम करने वालों का वैसे येही उसूल होता है.!

So comfort and discomfort is always, relative.

So comfort and discomfort is always, relative.