Tuesday, February 7, 2012

Ek Daal Do Panchi Re Baitha Kaun Guru Kaun Chela

Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo
Guru Ki Karni Guru Bharega,
Guru Ki Karni Guru Bharega, Chela Ki Karni Chela Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Mati Chun Chun Rain Banaya
Log Kahe Re Ghar Mera
ho ho hooo
Na Ghar Tera Na Ghar Mera
Na Ghar Tera Na Ghar Mera
Duniya Rain Basera Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
ho ho hooo
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Kaudi Kaudi Maya Jodi
Jod Bharela Thela
ho ho hooo
Kehat Kabir Suno Bhai Sadhu
Kehat Kabir Suno Bhai Sadhu
Sang Chale Na Thela Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Matra Kahe Yeh Putra Hamara
Behan Kahe Yeh Veera
Bhai Kahe Yeh Bhuja Hamari
Bhai Kahe Yeh Bhuja Hamari
Nari Kahe Yeh Nar Mera Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Peeth Pakad Ke Mata Roye
Baah Pakad Ke Bhai
ho ho hooo
Lapat Jhapat Ke Tiriyaa Roye
Lapat Jhapat Ke Tiriyaa Roye
Hans Akela Jaye Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Jab Tak Jeeve Mata Roye
Bhehan Roye Dus Maah Sa
ho ho hooo
Barah Din Tak Tiriyaa Roye
Barah Din Tak Tiriyaa Roye
Bed Kare Ghar Vaasa Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Chaar Bhujhi Chadar Mangwai
Chada Kaath Ki Ghodi
ho ho hooo
Charon Kone Aag Lagai
Charon Kone Aag Lagai
Phook Diyo Jas Hori Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Bhaad Jale Ho Jaise Lakadi
Khet Jale Jas Dhaaga
ho ho hooo
Sona Jaisi Kaaya Jal Gai
Sona Jaisi Kaaya Jal Gai
Koi Na Aaya Paasa
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Ghar Ki Tiriyaa Dhoodhan Lagi
Dhoond Fhiri Chahu Jaisa
Kehat Kabir Suno Bhai Sadhu
Chodo Jag Ki Asha, Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Bandh bandh mein baag lagaya
Baag lagaya akela
ho ho hooo
Kacche pakke ki maram na jaane
Kacche pakke ki maram na jaane
Tooda Phool ka Dhela Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Na Koi Aata
Na Koi Jaata
Jhoota Jagat Ka Naata
ho ho hooo
Na Kahu Ki Bhehan-Bahanki
Na Kahu Ki Maata Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Monday, February 6, 2012

माँ केवल माँ नहीं प्रेम का सागर है.

कितना गहरा इसमें प्यार समाया
मेरे जीवन का संसार समाया
भक्ति, आदर्श, संसार का गागर है
माँ केवल माँ नहीं प्रेम का सागर है.

माँ ने ही जीवन दिया
माँ ने ही जीवन सवारा है
पल पल हर पल साथ दिया
हर कष्ट से माँ ने ही उभारा है

भूख, प्यास सब सह लेती है
बच्चों की अभिलाषा के लिए व्रत रख लेती है
जग बदला यह सारा है
माँ का प्यार वही अनोखा, निराला है.

ब्रह्मा की सबसे महान रचना है
सृष्टि में माँ जैसा न कोई दूजा है
अपने बच्चों की पीड़ा पल भर में हर लेती है
माँ, बच्चों की ख़ुशी के लिए सुख-चैन त्याग देती है.

कितना गहरा इसमें प्यार समाया
मेरे जीवन का संसार समाया
भक्ति, आदर्श, संसार का गागर है
रोमिल, माँ केवल माँ नहीं प्रेम का सागर है.

Sunday, February 5, 2012

Hum Kabhi Mata Pita Ka Rin Chuka Sakate Nahin - हम कभी माता पिता का ऋण चूका सकते नहीं

हम कभी माता पिता का ऋण चूका सकते नहीं
इतने तोह एहसान इनके गिना सकते नहीं

इनकी सेवा से मिले धन, ज्ञान, बल, लम्बी उम्र
स्वर्ग से बढकर हैं जग में आसरा माँ बाप का

कष्ट हो तन पे हमारे, हो उठे बेचैन यह
इससे बढकर देवता भी, सुख दिला सकते नहीं

पर लो वेद और शास्त्र का ही, एक यह भी मर्म हैं
योग्यतम संतान का यह, सबसे उत्तम कर्म हैं

हम कभी माता पिता का ऋण चूका सकते नहीं 

हे परमदेव परमात्मा! आपकी कृपा सब पर बनी रहे.
सबको सुख-शांति प्राप्त हो.
सबको जीवन में बल, बुद्धि, विवेक, साहस, रोगरहित स्वस्थ प्राप्त हो.
माँ का हर पल हमेशा ख्याल रखना
मेरे पापों को क्षमा करना
सबपर अपनी कृपा करना.

आँखों में छोटे - छोटे सपने सजा देती थी

आँखों में छोटे - छोटे सपने सजा देती थी
नींद नहीं आती थी तो माँ लोरी सुना देती थी.

कभी कहानियाँ सुनाती तो कभी चित्र बनाती थी
जब अंग्रेजी, गणित भाषा समझ न आये तो माँ बड़े प्यार से समझाती थी.

जब बत्ती चली जाती थी तो माँ मोमबत्ती जला साथ बैठती थी
कभी टीवी पर साथ बैठा रंगोली, रामायण, महाभारत दिखाती थी.

जब छोटा था मैं रोमिल... मेरा हाथ कभी नहीं छोड़ती थी
अपनी गोद में बैठा मुझे झूला झुलाती थी.

जीवन की भाग दौड़ में माँ हमेशा साथ रहती थी
पल भर में हँसाती थी, सरे दुःख-दर्द भुला देती थी.

आँखों में छोटे - छोटे सपने सजा देती थी
नींद नहीं आती थी तो माँ लोरी सुना देती थी.

Saturday, February 4, 2012

अजब हैरान हूं भगवन! तुम्हें कैसे रिझाऊं मैं

अजब हैरान हूं भगवन! तुम्हें कैसे रिझाऊं मैं
कोई वस्तु नहीं ऐसी, जिसे सेवा में लाऊं मैं.

करें किस तौर आवाहन कि तुम मौजूद हो हर जां,
निरादर है बुलाने को, अगर घंटी बजाऊं मैं.

तुम्हीं हो मूर्ति में भी, तुम्हीं व्यापक हो फूलों में,
भला भगवान पर भगवान को कैसे चढाऊं मैं.

लगाना भोग कुछ तुमको, यह एक अपमान करना है,
खिलाता है जो सब जग को, उसे कैसे खिलाऊं मैं.

तुम्हारी ज्योति से रोशन हैं, सूरज, चांद और तारे,
महा अन्धेर है कैसे तुम्हें दीपक दिखाऊं मैं.

भुजाएं हैं, न गर्दन है, न सीना है न पेशानी,
तुम हो निर्लेप नारायण, कहां चंदन लगाऊँ मैं.

बड़े नादान है वे जन जो गढ़ते आपकी मूरत
बनाता है जो सब जग को, उसे कैसे बनाऊँ मैं. 

अजब हैरान हूं भगवन! तुम्हें कैसे रिझाऊं मैं
कोई वस्तु नहीं ऐसी, जिसे सेवा में लाऊं मैं.

***
हे इश्वर आप सबको सुख प्रदान करो
सबको शांति प्रदान करो
सबकी बुद्धि को श्रेष्ठ बना देना
सबको रोग मुक्त रखना.
माँ का हमेशा हर पल ख्याल रखना
माँ पर अपनी कृपा रखना.

फरिश्तों का काम होता है.

दूसरों को ख़ुशी देना, 
फरिश्तों का काम होता है.

अपने दुःख की परवाह न करते हुए, 
दूसरों को सुख देना, 
फरिश्तों का काम होता है. 

अपने जीवन की परवाह किये बिना, 
दूसरों को जीवन देना, 
फरिश्तों का काम होता है. 

रब की बंदगी करना, 
उसके सजदे में सदा रहना, 
उस पर भरोसा रखना, 
फरिश्तों का काम होता है. 

हमेशा ईमानदार रहना,
सदा सच बोलना, 
सदा सबका भला सोचना, भला करना,
सबसे अच्छाई का व्यवहार करना,
फरिश्तों का काम होता है. 

रोमिल, मेरी माँ भी ऐसी थी...

#रोमिल

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है
भूली-बिसरी बचपन की यादें आँखों के सामने आ जाती है.

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

मन व्याकुल होकर उसे तलाशा करता है
घर के कोने में न जाने कहाँ ख़ुशी छुप जाती है.

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

आँखें पथरा के रसोई घर की तरफ निहारा करती है
जब कानों में गूंजती हुई उसकी आवाज़ आ जाती है.

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

जो मेरे लिए अरदास करती थी आज मन उसके लिए अरदास करता है
जब रोमिल, माँ भगवान जी के घर चली जाती है...

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

#रोमिल