Friday, December 17, 2010

रोमिल V/S रोमिल

रोमिल V/S रोमिल

रोमिल - भैया, अगर आप अभी आने वाले एक सेकंड में ही इस दुनिया को अलविदा कह गए तोह लोग आपकी कब्र पर क्या शब्द लिखे या आखिरी दिन आपकी याद में क्या शब्द कहे जाये और क्या आप अपनी ज़िन्दगी के सफ़र को सफल समझेगे ???

रोमिल - यह बात कहना मेरे लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल है...

वोह इसलिए क्यूंकि... मेरा अब नाज़ के सिवा किसी से कोई रिश्ता नहीं है इसलिए किसी को मुझे याद करना तोह नामुमकिन सी बात है...

फिर भी कुछ कहने की कोशिश करूँगा...

यह सच है मैंने अपनी ज़िन्दगी में कुछ ऐसा काम नहीं किया जिससे यह दुनिया मुझे याद रखे.. परन्तु... परन्तु... परन्तु... अगर में अपनी ज़िन्दगी के बीते हुए २८ साल को देखू तो जरुर बहुत कुछ ऐसा किया है, जो मेरे मन की संतुष्टि के लिए था... जिससे में अपनी ज़िन्दगी सफल समझ सकता हो... आज तक ईमानदारी, इज्ज़हत के साथ ज़िन्दगी जी... मेहनत की... परिवार का साथ न होते हुए भी शिक्षा पूरी की... १३ साल लगातार जी-जान, मेहनत, ईमानदारी के साथ प्राइवेट नौकरी की... जितनी मदद कर सकता है, उतनी मदद लोगों की की...

यह भी सच है बहुत सारे खवाब पूरे नहीं हो सके...

१. नाज़ के नाम से स्कूल बनवाना चाहता था... नहीं बनवा पाया...
२. माँ के लिए बहुत कुछ करना चाहता था... सच में उतना नही कर पाया... फिर भी जितना कर सकता हूँ उतना १००% जरुर करता हूँ, चाहे हमारे बीच अब कोइए रिश्ता न रहा हो... मैं सिर्फ अपना कर्म कर रहा हूँ...
३. एक घर जरुर चाहता था खुद के लिए बनवाना... पहले खुद के लिए सोचा नहीं था घर, अब बनवा नहीं पा रहा हूँ...
४. मैं अपनी शिक्षा, बहुत ज्यादा हाई क्लास की चाहता था... जो नहीं कर सका... इसके लिए खुद जिम्मेदार हूँ...  

मन से सुन्दर रहो...

एक सजा और रोमिल को दी जाये

एक सजा और रोमिल को दी जाये
उसको अपने होंठों की हंसी सुना दी जाये...
*
थोडा सा और रोमिल को गुस्सा दिलाया जाये
एक झूठ भरा मोहब्बत का ख़त और उसको लिखा जाये...
*
एक और ताज़ा सितम उस पर किया जाये
भरे फोरम में उसको जलील करवाया जाये...
*
चलो उसके ज़ख्मो को कुरेद दिया जाये 
पहले आग लगायी जाये फिर भुजा दी जाये...
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लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे - II

 लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे - II   
*
 लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे
मक्के कि रोटी संग सरसों का साग खाते थे
आग को तापते हुए जब गज़क, रबड़ी का आनंद लेते थे
रजाई में बैठ कर जब मूंगफली और गुड खाते थे
गरम-गरम गज़र का हलवा जब सबसे छुपा के भागते थे
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे... 
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Bandgi satguru ki karna, asli tera kam tha, Gair khayalon ko hatakar, dil main basana prabhu ka nam tha

Bandgi satguru ki karna, asli tera kam tha | 

Gair khayalon ko hatakar, dil main basana prabhu ka nam tha | 

Chet ja ab jag ja, hai zindagi 2, 4 din | 

Karle nam bhakti ki kamai, sawanr jaye tera jivan 

SATNAM SRI WAHEGURU JEE. 

SRI WAHEGURU JEE SABKO APNI REHMATON SE NAWAZO 

SABKO KHUSHIYAAN DENA MERE MAALIK 

MAA,NAAZ,GUNN,PITAJI,TUFFY KA KHAYAL RAKHANA

SATNAM SRI WAHEGURU JEE

यकीन

दिल कहता हैं यह वही हैं रोमिल
फिर भी यकीन नहीं होता हैं 
कोइए कैसे मौत के बाद 
वापस आ जाता हैं...
*
चलो रोमिल एक पल के लिए मान लेते हैं यह वही हैं
फिर भी यकीन नहीं होता हैं
कोइए कैसे तेरे रोने के बाद
तेरे आंसू पोछने नहीं आता हैं...
शायद हर अपना ऐसा होता है... 
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Thursday, December 16, 2010

दौर चल रहा है...

ज़िन्दगी का सफ़र उदास चल रहा है
ख़त नहीं आते उसके
न जाने कैसा बेरुकी का दौर चल रहा है...
*
काश वोह ख़त में एक गुलाब रख देता
अपना प्यारा लब साथ रख देता
खवाइश के कत्ल का दौर चल रहा है...
*
काश खुदा मुझे सजा सुना दे मोहब्बत की
मुझे रूबरू कर दे मेरे कातिल के
बस यही आज कल दुआ का दौर चल रहा  है...
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Sab Kich Tera, Sab Kich Tera, Mann Tan Tera, Dhan Bhi Tera

Sab Kich Tera

Sab Kich Tera

Mann Tan Tera 

Dhan Bhi Tera 

Tu Thakur Swami Parab Mera 

SATNAM SRI WAHEGURU JEE

SRI WAHEGURU JEE 

SRI WAHEGURU JEE

*** 

SRI WAHEGURU JEE apni mehar sab par rakhana, 

sabka muqadar sawarana Prabhu Jee 

sabke bhandhar bharana 

Maa, NaaZ, GuNn, PitaJi, Tuffy ko apna sneh-prem-dulaar dena 

SATNAM SRI WAHEGURU JEE

जरुर तेरी नज़रों में गिरफ्तार होगा

जरुर तेरी नज़रों में गिरफ्तार होगा
तभी तोह तेरी गलियों में घुमाता फिर रहा होगा...
*
क्यों पूछते हो उससे उसका ठिकाना - 2
उसके घर के पास ही यही-कही पड़ा होगा...
*
कभी जो तरस खाओ तोह पूछ लेना उससे उसका हाल भी
जो शख्स तेरे दो शब्द सुनने के लिए तरस रहा होगा...
*
खुदा गवाह है उसकी मोहब्बत का "रोमिल"
जो शख्स तेरी निगाह में बेवफा होगा...
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Wednesday, December 15, 2010

वोह न अब आने वाला...

बीता हुआ साल फिर न आने वाला
मोहब्बतों वाला साल फिर न आने वाला
मैं करता रहूँगा उसका इंतज़ार उमरभर 
जो गया था मुझे छोड़ कर वक़्त वोह न अब आने वाला...
*
खुशियूं के नए फ़साने मिलते रहेंगे
लोग, हसीन सुहाने मिलते रहेंगे
जिसे याद कर आ जाती थी रूह में रवानी
दिलकश-दिलरुबा वोह न अब आने वाला...
*
पढ़ते-पढ़ते होठों पर मुस्कान आ जाती थी
कभी-कभी नज़रो में नीर बह जाती थी
जिसे सो जाते थे सीने से लगा कर 
ख़त वोह न अब आने वाला...
*
जब किसी से बात करने के लिए जागते थे
जब किसी की यादों में हम सोते थे
दुआ जिसके लिए रब से हर पल करते थे
वोह अब न आने वाला...
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श्री गुरु नानक देव जी

श्री गुरु नानक देव जी 
तेरी आमद की बदौलत, जग में रौशनाई हुई l 

छट गयी काली छटा, कुल कूड़ की छाई हुई l 
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तू वोह पैगम्बर था, मानववाद था जिसका ईमां l 

तेरी नज़रों में न था हिन्दू या कोई मुस्लिमां l 
जाबरों को ज़ेर कीया, सच की आवाज़ ने l 
'अर्शी' आलम को निवाया पीर की परवाज़ ने ल

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सतनाम श्री वाहेगुरु जी
श्री वाहेगुरु जी सब पर मेहर करना... 
सबको सुख-शांति देना... 
नाज़ का ख्याल रखना...
सबको बस तेरा ही आसरा है...
सतनाम श्री वाहेगुरु जी
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अब यह तबियत हैं कि सुधारने का नाम नहीं लेती

अब यह तबियत हैं कि सुधारने का नाम नहीं लेती
तू इतने दिल के करीब रहती हैं
फिर भी करीब नहीं रहती...
*
हम चिरागों को जलाते रहते हैं, भुजाते रहते हैं रात भर 
इतनी लम्बी रात हैं 
कि सुबह साथ नहीं रहती...
*
इस क़दर आसान न होगा तेरे साथ दोस्ती का सफ़र
तू मेरी दोस्त हैं
फिर भी अपने बीच दोस्ती नहीं रहती...
*
बस कुछ दिन और बिताऊ फिर चला जायूँगा इस शहर से
मोहब्बत तोह हैं तुझसे 
मगर इबादत साथ नहीं रहती...
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Tuesday, December 14, 2010

इश्क जिनसे करते थे तोह उम्र भर निभा लेते है...

हम गरीबी में भी मोहब्बत का मज़ा ले लेते है
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
*
छत से टपकता रहता है पानी सारी रात
किसी कोने में बैठ कर हम 
एक दूसरे की बाहों में नींदे ले लेते हैं...
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
*
एक कमरा
एक रजाई 
एक कटोरी
एक चम्मच
एक पलेट में जीवन बिता देते है
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
*
टीवी, रेडियो न पास हो तोह
खुद ही बजा, 
खुद ही गुनगुना लेते है
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
*
अपने आँचल में हो चाहे कितने भी गम
हमसफ़र के होंठों पर मुस्कान सजा देते है
इश्क जिनसे करते है तोह उम्र भर निभा लेते है...
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chhad de jhoote or dware, pakad sahara SATGURU da

chhad de jhoote or dware, pakad sahara SATGURU da
takkra maar na dware-dware, pakad sahara THAKUR da
jad tera bada duban lage, tere man di preet na jage
do hath jod GURAN de aage, vekh najar REHMAT da... 

SATNAM SRI WAHEGURU JEE 

*

Sri Waheguru Jee sabpar apni mehar karna, 

sabko simran karne ka gyan dena, 

har bande ka dhyan rakhana, NaaZ ka khayal rakhana...

*

SATNAM SRI WAHEGURU JEE 

Aali Re - No One Killed Jessica

Song Name: Aali Re
Film/Album: No One Killed Jessica
Singer(s): Aditi Singh Sharma, Anushka Manchanda, Biswasjit Chakraborty, Raja Hassan, Shriram Iyer, Sonika Sharma, Sonu Kakar & Tochi Raina
Music Director: Amit Trivedi
Lyricist: Amitabh Bhattacharya
Length: 4:55
Music Label: Saregama-HMV

Lyrics of Aali Re Song


Dhinchak dhinchak ..
Rapa rap, rak chik rak chik dhinchak ..

Chal hatt, muh todh de
Halkat muhfat, ye phod de

Dhinchak dhinchak ..
Rapa rap, rak chik rak chik

Aye chal hatt, muh todh de
Halkat muhfat, ye phod de

Aali re, saali re
Kaali re, jagdali re, nakhrali re, bawali re, hatt
Aye hatt

Aali re, saali re
Milgi toh dilwali lekin muh khole toh gaali re, hatt
Aye hatt

Patloon mein junoon hai aye saala hatt (saala hatt, saala hatt)
Garm zara yeh khoon hai aye saala hatt (saala hatt, saala hatt)
Yeh thodi si kameeni, thodi namkeeni
Thodi si nasheeli, thodi zehreeli hai

Dhinchak dhinchak ..
Rapa rap, rak chik rak chik

Ding dang ..

Badi hi-fi, jispe muh lagayi
Shaamat aayi, jaan lo
Hai kadva dhatoora
Rampuri chhura
Ghus gaya poora, jaan lo

Rahu ya phir ketu ki hai aadhi gharwali
Aali aali aali saali aali re aali
Temper hai bhayankar udhde cactus ki daali
Aali aali aali saali aali

Aali re, saali re
Bheje mein kachumar bhar ke dil ka pinjra khali re, hatt
Aye hatt

Aali re, saali re
Surkhiyon se bunti hai makdi ki jaali re, hatt
Aye hatt
Patloon mein junoon hai aye saala hatt (saala hatt, saala hatt)
Garm zara yeh khoon hai aye saala hatt (saala hatt, saala hatt)

Jiski lugaai, banegi re bhai
Uski tabaahi, paper mein chhapegi hatt

Boom Boom patakha de
Dhoom dhoom dhadaka de
Chatka chatakha de
Arrey dekh, arrey dekh
Bhatka paratha dekh
Tadka paratha dekh, dekh dekh
Arrey aali aali aali chhori aali re, saali re
Kaali re jagdali re nakhrali re bawali re chal
Aali re, saali re, kaali re chal hatt

लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे

लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे
हम भी जब इश्क उनसे किया करते थे... - २ 
*
छत पर बैठे-बैठे धूप का सेकना
आँखों से उनको देर तक निहारना
अंखियो के पेंच खूब लड़ा करते थे
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे
हम भी जब इश्क उनसे किया करते थे... - २ 
*
माँ का वोह प्यार से सर पर नारियल का तेल लगाना
स्वेअटर, रजाई को घर कि मुंडेरी पर डालना
गद्दा बिछा कर जब हम 
ताश, सांप-सीडी, कैरम खेला करते थे
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे
हम भी जब इश्क उनसे किया करते थे... - २
*
शाल में लिपटे हुए
उनका बाजू से निकल जाना
जब हम सड़क के नुक्कड़ पर खड़े चाय पिया करते थे
धूप निकलते हुए उनके कमरे कि खिड़की का खुल जाना
शुक्रिया हम सूरज का किया करते थे
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे
हम भी जब इश्क उनसे किया करते थे... - २
*
लुफ्त भी क्या सर्दिओं के हुआ करते थे
हम भी जब इश्क उनसे किया करते थे... - २
[written by Romil - copyright reserved]

Monday, December 13, 2010

तुझे देख कर नशा आ जाता है....

तुझे देख कर नशा आ जाता है
यह धरती 
यह अम्बर
झूम सा जाता है....
तुझे देख कर नशा आ जाता है....
*
बारिश भी मस्त होकर बरसने लगती है
सुखी नदी पर भी जवानी का रंग का जाता है

तुझे देख कर नशा आ जाता है....
*
पहाड़ियां गुनगुनाने लगाती है
फूल पट्टियां इतराने लगाती है
टूटे हुए मकान में रूप आ जाता हैं
तुझे देख कर नशा आ जाता है....
*
सोचता हूँ तुझे मंदिर में सजा लूं
इबादत का मुझमे खुमार छा जाता हैं
तुझे देख कर नशा आ जाता है....
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Baba Nanak Dukhiyaan De Naath Ve...

SATNAM SRI WAHEGURU JEE

Baba Nanak Dukhiyaan De Naath Ve 
Ve Sar Pe Mere Tera Haath Ve
Meri See Koyi Naik Kamaayi O Mainuun Gurudvaare Le Aayi Haay
Mere Apane Te Chhadd Gaye Saath Ve
Baba Nanak Dukhiyaan
***
Baba Nanak Sab Par Mehar Karna
Sabko Apna Ashirwad Dena
Maa, NaaZ, GuNn, PitaJi, Tuffy Ko Khushiyaan Dena 
***
SATNAM SRI WAHEGURU JEE

इससे अच्छा है तेरे दर से वापस लौट जाये...

तोहफा ऐसा क्यों दूं
की तमाशा बन जाये...
इससे अच्छा है तेरे दर से वापस लौट जाये...
*
है तोह फूल गुलाब का
अमीरों की महफ़िल में न इसकी खुशबू खो जाये
इससे अच्छा है तेरे दर से वापस लौट जाये...
*
हसरत तोह यह थी की तेरा दीदार हो जाये
अगर चाँद थोड़ी देर सितारों से अलग नज़र आये
इंतज़ार में कहीं खड़े-खड़े न सुबह हो जाये 
इससे अच्छा है तेरे दर से वापस लौट जाये...
*
रोमिल बुरा न मान, ज़माना चाहे बुरा कहे
यह गुलाब चलो उसके दर पर रख आये
इससे अच्छा है तेरे दर से वापस लौट जाये...
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Sunday, December 12, 2010

SAADH SANG DUSMAN SABH MEET, SAADHU KAI SANG MAHA PUNEET !!

SAADH SANG DUSMAN SABH MEET
SAADHU KAI SANG MAHA PUNEET !!
By association with saints, all enemies become friends
By association with saints, Man becomes very pure.....
SATNAM SRI WAHEGURU JEE
*
SRI WAHEGURU  JEE SABKO AAPKI SEWA, SIMRAN, KIRTAN KA AASHIRWAD DENA.
SABKE BHANDHARE BHARNA
*
NAAZ KA HAR PAL KHAYAL RAKHANA  

सुनो नूर-ए-चाँद

सुनो नूर-ए-चाँद
चलो साथ सन्डे एन्जॉय करते हैं...
थोड़ी देर तक सोते हैं...
आज साथ ही नहाते हैं...
ब्रेकफास्ट को भूल जाते हैं... 
दोपहर में चलो मूवी देखने जाते हैं...
बाहर ही दोपहर का खाना खाते हैं...
शाम की चाय आज में ही बनाऊंगा
तुम पकोड़े बना लेना...
चलो रात का खाना साथ मिल कर बनाते हैं...
जलती हुए मोमबत्तियों के बीच एक दूसरे को अपने हाथो से खिलाते हैं...
कमरे को आज रात फूलों से सजाते हैं...
बाहों में बाहों डाल कर सोते हैं...
चलो जान सन्डे एन्जॉय करते हैं...
[written by Romil - copyright reserved]

Saturday, December 11, 2010

वोह चाहने वालो में...

वोह चाहने वालो में इस तरह घिरे रहते है
जैसे चाँद, सितारों से घिरा रहता हैं...
कोइए उनको जाकर यह तोह बताइए
यह चकोर उनको दूर से निहारता रहता है...
[copyright reserved - written by Romil]


Singh surmaie, rakh de ne aan...

Singh surmaie, rakh de ne aan,
Agar lorh payi te de denge jaan,
Raje maharaje vi kar desi maan,
Rakhde si pag unchi, bande di shaan
Jo singha ne kithiyan kurbaaniyan ne,
Who duniya pe chad gayi nishaniyan ne,
Duniya de ban gaye singh badshah,
Par sabto uncha, oh sacha badshah... 

SATNAM SRI WAHEGURU JEE 

*** 

Mere sache badshah, sab par apni mehar karna, sabko khushiyaan dena. 

NaaZ ka khayal rakhana. 

*** 

SATNAM SRI WAHEGURU JEE

Friday, December 10, 2010

चाँद कहो तोह...

ओ नूर-ए-नज़र चाँद
चाँद आप कहो तोह...
आपके कानो में झुमका पहना दूं...
चहरे पर आती हुई लट को हटा दूं...
दिल-ए-आरज़ू यह भी है 
आपको पायल पहना दूं...
गुस्ताखी तो यह भी करने को मजबूर-ए-दिल चाह रहा है 
आपके बालों में गुलाब लगा दूं...
देखो कहीं न सीडियो पर आपका पैर फिसल जाये
आपको बाहों में उठा दूं...
देखो बीत न जाये यह रात आँखों में 
आपको, अपनी गोद में सुला दूं.. 
चाँद आप कहो तोह...
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Satgur aaiyo saran tumhaari, mile sookh naam har sobha,chinta laahe hamaari..

Satgur aaiyo saran tumhaari
mile sookh naam har sobha
chinta laahe hamaari
Satnam Sri Waheguru Jee... 

*** 

Mere swami mein twadhe aagey benati kar raha hoon sabko sukh-shanti do. 

sabke jeevan main khushiyaan hi khushiyaan do.

NaaZ par hamesha apni kripa rakhana...

***

SATNAM SRI WAHEGURU JEE   

यह अजमल कसाब न बन पाए...

चलो यार भूख से मर जाये
ज़मीर न अपना गिरने पाए...
*
सर कटा दे यार शान से
किसी बेरहम के सामने सर झुकने न पाए...
*
कटपुतली का यह कैसा बाज़ार लगा हैं
हम इंसान हैं
कटपुतली न बन पाए...
*
शैतान की गिरफ्त से दूर रखो 
यह मुस्लिम हैं
यह हमारे भाई हैं 
यह अजमल कसाब न बन पाए...
[written by Romil - copyright reserved]

Thursday, December 9, 2010

जैसे...

मेरे माथे पर उसका लब
सितारा हो जैसे...
मैं उसमे समांऊ  
गुलाब में भवरा हो जैसे... 
*
चाँद की चांदनी 
उसका आँचल हो जैसे
मैं आँखों में खो जाऊ
सुनहेरा खवाब हो जैसे...
*
उसकी करवट से जाग जाये
सूरज हो जैसे...
मैं उसके खयालो में खो जाऊ
बादल में छुपा चाँद हो जैसे...
*
उसके गेसू से उलझा रहूँ
काँटों में फसा दुपट्टा हो जैसे...    
मैं बेमौसम ही बरस जाऊ
धुप में बरसात हो जैसे...
[written by Romil - copyright reserved]