Tuesday, February 14, 2012

Mom I Love You more than You Love Me

Cutest Story:

Kid: Mom I Love You more than You Love Me.
Mom: How can you prove this my Son?
Kid: Because you’ve 02 sons n I’ve only one Mother. 

♥ 

Kiss your Mom's feet twice a day success will Kiss your feet everyday

"Kiss your Mom's feet twice a day,
success will Kiss your feet everyday"

ღ i Łღνє υ мσм ღ

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мσм 

खाली कमरे में नज़रे तुझे ढूँढती है

खाली कमरे में नज़रे तुझे ढूँढती है
कभी चीखती है
कभी पुकारती है
जब तू नज़र नहीं आती है 
फिर माँ, थककर रोकर सो जाती है.

आवारा फिरते फिरते जब मैं थक जाता हूँ
घर की मुंडेरी पर जैसे ही मैं आता हूँ
किवाड़ खटखटाता हूँ
माँ, तेरे न होने का एहसास जब मन में आता है
मैं वापस ही लौट जाता हूँ.

जब कंधों पर यादों की झोली रखकर
भीने-भीने मुस्कुराता हूँ
माँ दीवार पर टंगी तेरी तस्वीर को देखता हूँ
भोले बीते लम्हों में खो जाता हूँ.

आँखें मूँदकर जब मैं भरी धूप में किसी पेड़ की आड़ में लेट जाता हूँ
तेरे आँचल को तरसता हूँ
माँ तेरी ममतामय छवि को सोचता जाता हूँ
और उसमे खो जाता हूँ.
और रोमिल उसमे खो जाता हूँ

#रोमिल

Monday, February 13, 2012

Chal Kanwariya, Chal Kanwar Utha Kanwar Utha, Naara Shiva Ka Laga

Jai Bhole Baba
Jai Ho Baijnath
Jai Ho Bholenath
Jai Ho Baijnath
Jai Ho Bholenath
Bol Bum Bum Bum Bum Bhole
Bol Bum Bum Bum Bum Bhole
Bol Bum Bum Bum Bum Bhole
Bol Bum Bum Bum Bum Bhole
Jai Ho Baijnath Bhandari
Teri Mahima Hai Nayari
Sabki Naiya Tune Tahari
Tujhe Maane Duniya Saari
Bol Bum Bum Bum Bum Bhole
Bol Bum Bum Bum Bum Bhole
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya, Chal Kanwar Utha
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya, Chal Kanwar Utha
Kanwar Utha, Naara Shiva Ka Laga
Manchaha Fhal Denge Baba
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya, Chal Kanwar Utha
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya, Chal Kanwar Utha
Kanwar Utha, Naara Shiva Ka Laga
Manchaha Fhal Denge Baba
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya, Chal Kanwar Utha
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya
Chal Kanwariya, Chal Kanwar Utha
Om Hari Om
Om Hari Om
Om Hari Om
Om Hari Om

http://shiva-sunny-raj.blogspot.in/2012/02/chal-kanwariya-chal-kanwar-utha-kanwar.html
***
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Hey Prabhu Sabki Manokamna Poori Karna
Sabko Sukh-Sampada-Shanti Aapar Dena
Sabko Dukh-Takleef-Kasthon Ke Door Rakhana
Maa Ka Hamesha Har Pal Khayal Rakhana
Meri Papon Ko Kshama Karna.
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya 

माँ, आप आ जाओ

माँ, आप आ जाओ
आपसे हाल-ए-दिल कहना चाहता हूँ
कुछ बातें जो मैंने दिल में छुपा रखी है वो कहना चाहता हूँ
कौन जाने
कब मेरी यह आँखें बंद हो जाये
आप आ जाओ
आपसे ह़र एक बात कहना चाहता हूँ

आप आ जाओ माँ
मैं आपसे मिलना चाहता हूँ
छुपकर, अंजान होकर, सब कुछ देखती रहती हो आप
अब मैं यह आँख-मिचोली बंद करना चाहता हूँ
आप आ जाओ
मैं आपको देखना चाहता हूँ...

बहुत प्यार करता हूँ आपसे कभी कह न पाया
जब आप पर गुस्सा हो जाता था
तो चुपचाप बाथरूम में जाकर या तकिये से लिपट कर रो भी लेता था
कभी आपको, अपने आंसू दिखा न पाया
अपनी हर गलती के लिए माफ़ी मांगना चाहता हूँ
आप आ जाओ
माँ, आप बस आ जाओ...
रोमिल के पास जल्दी से आ जाओ...

#रोमिल

अम्मा

जब मुझे छोड़कर गई अम्मा
ममतामय ज़िन्दगी सुनी हो गई
तब समझ आई क्या होती है अम्मा.

खट्टी-मीठी चटनी जैसी
खट्टे-मीठे आचार जैसी
कभी प्यार से समझाए, कभी डांटे अम्मा.

आँगन में तुलसी जैसी
गागर में गंगा जल जैसी
घर में सबसे प्यारी, सबसे अच्छी अम्मा.

मंदिर में दीप जैसी
अँधेरे में प्रकाश जैसी
सबको ज्ञान देती अम्मा
रोमिल, सबको ज्ञान देती मेरी अम्मा.

#"रोमिल

Sunday, February 12, 2012

शीश गंग अर्धग पार्वती सदा विराजत कैलासी।

शीश गंग अर्धग पार्वती सदा विराजत कैलासी।
नंदी भृंगी नृत्य करत हैं, धरत ध्यान सुखरासी॥

http://shiva-sunny-raj.blogspot.in/2012/02/blog-post_12.html
***
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय
हे भोलेबाबा आप सबको दुःख-कष्टों से मुक्त करना
सबको पापों से मुक्त करना
सबको सुख-शांति देना
माँ का हमेशा हर पल ख्याल रखना
मेरी गलतियों को क्षमा करना

सही मार्ग पर चलने की सदबुद्धि देना.
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय

रब के घर में जब याद मेरी आये

माँ... रब के घर में जब याद मेरी आये,
तो रुकना मत,
मेरे पास वापस लौट आना.

फ़रिश्ते का हाथ पकड़ कर,
महारानी के पलने में सोते हुए आना.

अगर चाँद, चांदनी न दे,
तो रास्ते में डरना मत,
अपनी बन्द आँखों में मेरी सूरत लिए बस चली आना.

जब रास्ते में बादल डराए,
जोर जोर से आवाज़ सुनाये
तो उदास मत होना,
हवाओं के झोखे पर हाथ रखते हुए धीरे - धीरे,
मेरा नाम लेते हुए चली आना,

जब तुमको दूरी बहुत लगे,
मन साथ न दे,
रब के घर में ही ख़ुशी मिले,
तो मायूस मत होना,
वही रहना,
खूब खुश रहना,
शांति से रहना,
और महारानी के पलंग में आराम करना.

मगर जब तुम्हें मेरी याद आये,
तो रूकना मत,
घबराना मत,
मुझे अपना समझाना,
और माँ अपने रोमिल के पास चली आना...

Saturday, February 11, 2012

ashutosh shashank shekhar chandra mouli chidambara

ashutosh shashank shekhar chandra mouli chidambara
koti koti pranaam shambhu koti naman digambara - 2
koti naman digambara

http://shiva-sunny-raj.blogspot.in/2012/02/ashutosh-shashank-shekhar-chandra-mouli.html
***
om namah shivaya
om namah shivaya
om namah shivaya
hey prabhu aap sab par apni karuna dikhao
sabko sukh-shanti-khushiyoon ka ashirwad do
maa ka hamesha har pal khayal rakhana
mere apradhon ko kshama karna
mere paap, sharp ko door karo
om namah shivaya
om namah shivaya
om namah shivaya

अब तो आ जाओ माँ मेरे पास

मेरी बातों पर यकीन करो माँ
मेरी सुनो तो ज़रा...
अब हम किसी से लड़ाई नहीं करेंगे
न ही किसी को कुछ अपशब्द बोलेंगे
कोई कुछ बोलेगा भी तो चुपचाप सुन लेंगे
जो आप कहोगी वोह ही हम करेंगे
आ जाओ
अब तो आ जाओ माँ मेरे पास
अब तो आ जाओ माँ मेरे पास...
***
सुबह समय से ही जागेंगे
खाना भी समय से ही खायेंगे
रात में भी समय से ही सो जाया करेंगे
जो आप कहोगी वोह ही हम करेंगे
आ जाओ
अब तो आ जाओ माँ मेरे पास
अब तो आ जाओ माँ मेरे पास...
***
शूज खुद ही साफ़ करेंगे
टाई नौट भी ठीक से बांधेंगे
ब्रेकफास्ट बनाना भी सीख लेंगे
जो आप कहोगी वोह ही हम करेंगे
आ जाओ
अब तो आ जाओ माँ रोमिल के पास
अब तो आ जाओ माँ रोमिल के पास...

Friday, February 10, 2012

Chalo Bhole Baba ke Dware Sab Dukh Katenge Tumhare

Chalo Bhole Baba ke Dware
Sab Dukh Katenge Tumhare
Chalo Bhole Baba ke Dware
Sab Dukh Katenge Tumhare
Bhole Baba
Bhole Baba
Bhole Baba
Bhole Baba
Bhole Baba
Bhole Baba
Chalo Bhole Baba ke Dware
Sab Dukh Katenge TumhareChalo Bhole Baba ke Dware
Sab Dukh Katenge Tumhare
***
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
***
Hey Bhole Baba aapse dono haath jod kar vinati hai
aap sabhi ke kasht door karo
sabko sukh-shanti-khushiyoon do
maa ka har pal khayal rakhana
mujhe papon se mukt karo
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya
Om Namah Shivaya

माँ मेरी सर पर हाथ रख दो

माँ मेरे सर पर हाथ रख दो, 
मैं कामयाबी को पा लूँगा.

 डांट के ही सही मुझे सुला दो माँ 
मैं दो घड़ी नींद को पा लूँगा.

एक बार मेरा हाथ थामो माँ
मैं मंजिल को पा लूँगा.

देखो मैं ज़िन्दगी के रास्ते में कितना अकेला, तन्हा हूँ
एक बार ही सही मेरे हांथों में अपना हाथ दो माँ.
- रोमिल

Thursday, February 9, 2012

Shiv Shankar Ka Gungaan Karo - शिव शंकर का गुणगान करो

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय।

शिव शंकर का गुणगान करो, शिव भक्ति का रसपान करो ।
जीवन ज्योतिर्मय हो जाए, जो तिर्लिंगो का ध्यान करो ॥

उसने ही जगत बनाया है, कण - कण में वो ही समाया है ।
दुःख भी सुख सा ही बीतेगा, सर पे जब शिव का साया है ।
बोलो हर हर हर महादेव, हर मुश्किल को आसान करो ॥

शंकर तो हैं अन्तर्यामी, भक्तो के लिए सखा से हैं ।
भगवान् भाव के भूखे हैं, भगवान् प्रेम के प्यासे हैं ।
मन के मंदिर में इसी लिए शिव मंदिर का निर्माण करो ॥

***
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
हे महादेव, देवों के देव, सबकी मुश्किले दूर करो
सबको दुःख के सागर से बाहर निकालो
सबके जीवन में खुशियाँ - सुख लाओ.
माँ को हमेशा शांति देना, उसका ख्याल रखना
मेरी भूलों को क्षमा करना.
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय

ऊन के गोले में छोटे-छोटे सपने बुनती माँ

ऊन के गोले में छोटे-छोटे सपने बुनती माँ
तेरे आने की घड़ियों में कभी सोती, कभी जागती माँ.

खिलौनों को सजेती, कभी खुद खिलौना बन जाती माँ
कभी काजल का टीका लगाती, कभी नज़र उतारती माँ.

कीवाड़ पर तेरी राह देखती, तेरी चिंता में न सोये माँ
कभी जबरदस्ती तो कभी कहानी-लोरी गाकर सुलाए माँ.

कभी डांटे, कभी लाड-दुलार दिखाए माँ
रोमिल, बच्चे से चाहे जितनी भी दूर हो, फिर भी दिल में रहती माँ.

#रोमिल

Wednesday, February 8, 2012

Shankar Mera Pyara Shankar Mera Pyara शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा

शंकर मेरा प्यारा, शंकर मेरा प्यारा ।
माँ री माँ मुझे मूरत ला दे,
शिव शंकर की मूरत ला दे,
मूरत ऐसी जिस के सर से निकले गंगा धरा ॥

माँ री माँ वो डमरू वाला,
तन पे पहने मृग की छाला ।
रात मेरे सपनो में आया,
आ के मुझ को गले लगाया ।
गले लगा कर मुझ से बोला, मैं हूँ तेरा रखवाला ॥

माँ री माँ वो मेरा स्वामी,
मैं उस के पट की अनुगामी ।
वो मेरा है तारण हारा, उस से मेरा जग उजारा ।
है प्रभु मेरा अन्तर्यामी, सब का है वो रखवाला ॥

http://shiva-sunny-raj.blogspot.in/2012/02/shankar-mera-pyara-shankar-mera-pyara.html
***
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमः शिवायहे बोलेनाथ, हे प्रभु सबके कष्ट हरो, सबके दुःख दूर करो,
सबको सुख-शांति दो
सब पापियों के पाप मिटा दो,
माँ पर हमेशा दया करना, हमेशा ख्याल रखना
मेरी पापों को नष्ट करना.

मुझे तो रब, माँ में मिला.

न मक्का, न काशी में मिला
मुझे तो रब, माँ में मिला.

न दुनिया के किसी कोने में मिला
मुझे सुकून - चैन माँ की गोद में मिला.

हर जगह ढूंढी दो पल की ख़ुशी
मुझे ख़ुशी का पिटारा माँ में मिला.

हर किसी को परख के देखा दुनिया में रोमिल
मुझे मेरा अपना सिर्फ माँ में मिला.

Tuesday, February 7, 2012

Shanti keejiye prabhu tribhuvan mein - शांति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में

Shanti keejiye prabhu tribhuvan mein,
Jal mein thal mein aur gagan mein,
Antriksh mein agni pavan mein,
Sakal jagat ke jad chetan mein

Brahman ke updesh vachan mein,
Kshtriya ke dwara hove ran mein,
Vaishya jano ke hove dhan mein,
aur Shudra ke hi charan mein.

Shanti rashtr nirvan srajan mein,
Nagar gram mein aur bhawan mein,
Jeev matra ke tan mein mann mein,
aur Jagat ke hi karn-karn mein...

Shanti keejiye prabhu tribhuvan mein...
***

शांति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में

जल में थल में और गगन में
अन्तरिक्ष में अग्नि-पवन में
सकल जगत के जड़ चेतन में.
ब्रह्मण के उपदेश वचन में,
क्षत्रिय के द्वारा होवे रण में,
वैश्य जनों के होवे धन में,
और शुद्र के ही चरण में.

शांति राष्ट्र निर्माण सृजन में,
नगर ग्राम में और भवन में,
जीव मात्र के तन में मन में,
और जगत के हर कण-कण में,

शांति कीजिये प्रभु त्रिभुवन में...
***
हे सबके स्वामी परमात्मा! सबको जीवन में शांति प्रदान करना.
सबको रोगरहित स्वास्थ देना.
सबको असत्य के हटकर सत्य के मार्ग पर चलने की शक्ति देना.
सबको विद्या, ज्ञान, धन देना
माँ का हमेशा, हर पल ख्याल रखना
मेरी बुराइयों को दूर करना, मुझको दोषरहित करना.  

Ek Daal Do Panchi Re Baitha Kaun Guru Kaun Chela

Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo
Guru Ki Karni Guru Bharega,
Guru Ki Karni Guru Bharega, Chela Ki Karni Chela Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Mati Chun Chun Rain Banaya
Log Kahe Re Ghar Mera
ho ho hooo
Na Ghar Tera Na Ghar Mera
Na Ghar Tera Na Ghar Mera
Duniya Rain Basera Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
ho ho hooo
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Kaudi Kaudi Maya Jodi
Jod Bharela Thela
ho ho hooo
Kehat Kabir Suno Bhai Sadhu
Kehat Kabir Suno Bhai Sadhu
Sang Chale Na Thela Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Matra Kahe Yeh Putra Hamara
Behan Kahe Yeh Veera
Bhai Kahe Yeh Bhuja Hamari
Bhai Kahe Yeh Bhuja Hamari
Nari Kahe Yeh Nar Mera Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Peeth Pakad Ke Mata Roye
Baah Pakad Ke Bhai
ho ho hooo
Lapat Jhapat Ke Tiriyaa Roye
Lapat Jhapat Ke Tiriyaa Roye
Hans Akela Jaye Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Jab Tak Jeeve Mata Roye
Bhehan Roye Dus Maah Sa
ho ho hooo
Barah Din Tak Tiriyaa Roye
Barah Din Tak Tiriyaa Roye
Bed Kare Ghar Vaasa Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Chaar Bhujhi Chadar Mangwai
Chada Kaath Ki Ghodi
ho ho hooo
Charon Kone Aag Lagai
Charon Kone Aag Lagai
Phook Diyo Jas Hori Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Bhaad Jale Ho Jaise Lakadi
Khet Jale Jas Dhaaga
ho ho hooo
Sona Jaisi Kaaya Jal Gai
Sona Jaisi Kaaya Jal Gai
Koi Na Aaya Paasa
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Ghar Ki Tiriyaa Dhoodhan Lagi
Dhoond Fhiri Chahu Jaisa
Kehat Kabir Suno Bhai Sadhu
Chodo Jag Ki Asha, Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Bandh bandh mein baag lagaya
Baag lagaya akela
ho ho hooo
Kacche pakke ki maram na jaane
Kacche pakke ki maram na jaane
Tooda Phool ka Dhela Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Na Koi Aata
Na Koi Jaata
Jhoota Jagat Ka Naata
ho ho hooo
Na Kahu Ki Bhehan-Bahanki
Na Kahu Ki Maata Re Sadhu Bhai
Ud Ja Hans Akela
Ek Daal Do Panchi Re Baitha,
Kaun Guru Kaun Chela
ho ho hooo

Monday, February 6, 2012

माँ केवल माँ नहीं प्रेम का सागर है.

कितना गहरा इसमें प्यार समाया
मेरे जीवन का संसार समाया
भक्ति, आदर्श, संसार का गागर है
माँ केवल माँ नहीं प्रेम का सागर है.

माँ ने ही जीवन दिया
माँ ने ही जीवन सवारा है
पल पल हर पल साथ दिया
हर कष्ट से माँ ने ही उभारा है

भूख, प्यास सब सह लेती है
बच्चों की अभिलाषा के लिए व्रत रख लेती है
जग बदला यह सारा है
माँ का प्यार वही अनोखा, निराला है.

ब्रह्मा की सबसे महान रचना है
सृष्टि में माँ जैसा न कोई दूजा है
अपने बच्चों की पीड़ा पल भर में हर लेती है
माँ, बच्चों की ख़ुशी के लिए सुख-चैन त्याग देती है.

कितना गहरा इसमें प्यार समाया
मेरे जीवन का संसार समाया
भक्ति, आदर्श, संसार का गागर है
रोमिल, माँ केवल माँ नहीं प्रेम का सागर है.

Sunday, February 5, 2012

Hum Kabhi Mata Pita Ka Rin Chuka Sakate Nahin - हम कभी माता पिता का ऋण चूका सकते नहीं

हम कभी माता पिता का ऋण चूका सकते नहीं
इतने तोह एहसान इनके गिना सकते नहीं

इनकी सेवा से मिले धन, ज्ञान, बल, लम्बी उम्र
स्वर्ग से बढकर हैं जग में आसरा माँ बाप का

कष्ट हो तन पे हमारे, हो उठे बेचैन यह
इससे बढकर देवता भी, सुख दिला सकते नहीं

पर लो वेद और शास्त्र का ही, एक यह भी मर्म हैं
योग्यतम संतान का यह, सबसे उत्तम कर्म हैं

हम कभी माता पिता का ऋण चूका सकते नहीं 

हे परमदेव परमात्मा! आपकी कृपा सब पर बनी रहे.
सबको सुख-शांति प्राप्त हो.
सबको जीवन में बल, बुद्धि, विवेक, साहस, रोगरहित स्वस्थ प्राप्त हो.
माँ का हर पल हमेशा ख्याल रखना
मेरे पापों को क्षमा करना
सबपर अपनी कृपा करना.

आँखों में छोटे - छोटे सपने सजा देती थी

आँखों में छोटे - छोटे सपने सजा देती थी
नींद नहीं आती थी तो माँ लोरी सुना देती थी.

कभी कहानियाँ सुनाती तो कभी चित्र बनाती थी
जब अंग्रेजी, गणित भाषा समझ न आये तो माँ बड़े प्यार से समझाती थी.

जब बत्ती चली जाती थी तो माँ मोमबत्ती जला साथ बैठती थी
कभी टीवी पर साथ बैठा रंगोली, रामायण, महाभारत दिखाती थी.

जब छोटा था मैं रोमिल... मेरा हाथ कभी नहीं छोड़ती थी
अपनी गोद में बैठा मुझे झूला झुलाती थी.

जीवन की भाग दौड़ में माँ हमेशा साथ रहती थी
पल भर में हँसाती थी, सरे दुःख-दर्द भुला देती थी.

आँखों में छोटे - छोटे सपने सजा देती थी
नींद नहीं आती थी तो माँ लोरी सुना देती थी.

Saturday, February 4, 2012

अजब हैरान हूं भगवन! तुम्हें कैसे रिझाऊं मैं

अजब हैरान हूं भगवन! तुम्हें कैसे रिझाऊं मैं
कोई वस्तु नहीं ऐसी, जिसे सेवा में लाऊं मैं.

करें किस तौर आवाहन कि तुम मौजूद हो हर जां,
निरादर है बुलाने को, अगर घंटी बजाऊं मैं.

तुम्हीं हो मूर्ति में भी, तुम्हीं व्यापक हो फूलों में,
भला भगवान पर भगवान को कैसे चढाऊं मैं.

लगाना भोग कुछ तुमको, यह एक अपमान करना है,
खिलाता है जो सब जग को, उसे कैसे खिलाऊं मैं.

तुम्हारी ज्योति से रोशन हैं, सूरज, चांद और तारे,
महा अन्धेर है कैसे तुम्हें दीपक दिखाऊं मैं.

भुजाएं हैं, न गर्दन है, न सीना है न पेशानी,
तुम हो निर्लेप नारायण, कहां चंदन लगाऊँ मैं.

बड़े नादान है वे जन जो गढ़ते आपकी मूरत
बनाता है जो सब जग को, उसे कैसे बनाऊँ मैं. 

अजब हैरान हूं भगवन! तुम्हें कैसे रिझाऊं मैं
कोई वस्तु नहीं ऐसी, जिसे सेवा में लाऊं मैं.

***
हे इश्वर आप सबको सुख प्रदान करो
सबको शांति प्रदान करो
सबकी बुद्धि को श्रेष्ठ बना देना
सबको रोग मुक्त रखना.
माँ का हमेशा हर पल ख्याल रखना
माँ पर अपनी कृपा रखना.

फरिश्तों का काम होता है.

दूसरों को ख़ुशी देना, 
फरिश्तों का काम होता है.

अपने दुःख की परवाह न करते हुए, 
दूसरों को सुख देना, 
फरिश्तों का काम होता है. 

अपने जीवन की परवाह किये बिना, 
दूसरों को जीवन देना, 
फरिश्तों का काम होता है. 

रब की बंदगी करना, 
उसके सजदे में सदा रहना, 
उस पर भरोसा रखना, 
फरिश्तों का काम होता है. 

हमेशा ईमानदार रहना,
सदा सच बोलना, 
सदा सबका भला सोचना, भला करना,
सबसे अच्छाई का व्यवहार करना,
फरिश्तों का काम होता है. 

रोमिल, मेरी माँ भी ऐसी थी...

#रोमिल

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है
भूली-बिसरी बचपन की यादें आँखों के सामने आ जाती है.

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

मन व्याकुल होकर उसे तलाशा करता है
घर के कोने में न जाने कहाँ ख़ुशी छुप जाती है.

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

आँखें पथरा के रसोई घर की तरफ निहारा करती है
जब कानों में गूंजती हुई उसकी आवाज़ आ जाती है.

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

जो मेरे लिए अरदास करती थी आज मन उसके लिए अरदास करता है
जब रोमिल, माँ भगवान जी के घर चली जाती है...

बड़े उदास मन से जब माँ याद आती है...

#रोमिल

"Zindagi Jab Mayush Hoti Hai Tabhi Mehsus Hoti Hai"

"Zindagi Jab Mayush Hoti Hai Tabhi Mehsus Hoti Hai"

Friday, February 3, 2012

हर बात भुला दो जीवन में यह बात भुलाओ न जीवन देने वाली माँ का दिल कभी दुखाओ न


हर बात भुला दो जीवन में यह बात भुलाओ न
यह बात भुलाओ न
जीवन देने वाली माँ का दिल कभी दुखाओ न
यह बात भुलाओ न
हर बात भुला दो जीवन में यह बात भुलाओ न
यह बात भुलाओ न
जीवन देने वाली माँ का दिल कभी दुखाओ न
यह बात भुलाओ न

है माँ ममता की खान
कहते है वेद पुराण - २

पाँव छुकर घर से निकालो तो हर शुभ कार्य हो जाता है

पाँव छुकर घर से निकालो तो हर शुभ कार्य हो जाता है
माँ का आशीर्वाद मिले तो जीवन सफल हो जाता है.

सुख-दुःख के मृत्युलोक में इंसान फँस के रह जाता है 
रोमिल, माँ का साथ मिले तो जीवन तर जाता है.

अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में

अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में - २

मेरा निश्चय बस एक यही, इक बार तुम्हे मैं पा जाऊं
इक बार तुम्हे मैं पा जाऊं
मेरा निश्चय बस एक यही, इक बार तुम्हे मैं पा जाऊं
अर्पण कर दूँ दुनिया भर का, सब प्यार तुम्हारे हाथों में.

अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में.

जो जग में रहूँ तो ऐसे रहूँ, जो जल में कमल का फूल रहे
जो जल में कमल का फूल रहे
जो जग में रहूँ तो ऐसे रहूँ, जो जल में कमल का फूल रहे
मेरे गुण दोष समर्पित हो, भगवान् तुम्हारे हाथों में.

अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में.

यदि मानुष का मुझे जन्म मिले, तब चरणों का मैं पुजारी बनूँ
तब चरणों का मैं पुजारी बनूँ
यदि मानुष का मुझे जन्म मिले, तब चरणों का मैं पुजारी बनूँ
इस पूजक की इक - इक नस का, सब तार तुम्हारे हाथों में

अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में.

जब - जब संसार का कैदी बनूँ , निष्काम भाव से कर्म करूँ
निष्काम भाव से कर्म करूँ
फिर अंत समाये में प्राण तजूं, निराकार तुम्हारे हाथों में.

अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में.

मुझमे तुझमे बस भेद यही, मैं नर हूँ आप नारायण हो
मैं नर हूँ आप नारायण हो
मैं हूँ संसार के हाथों में, संसार तुम्हारे हाथों में.

अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में
है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में - २

http://gurbani-sunny-raj.blogspot.in/2012/02/blog-post_03.html
***

हे प्रभु सबको स्वास्थ,  बल तथा पराक्रम प्रदान करे
सबको ज्ञान-विवेक-बुद्धि प्रदान करे
सबका कल्याण करे.
माँ का हमेशा हर पल ख्याल रखे
माँ को शांति प्रदान करे
मेरी पापो को क्षमा करे.

मुमकिन है मेरी बात से किसी को पहुँची हो ठेस


मुमकिन है मेरी बात से किसी को पहुँची हो ठेस

मगर मैंने आज तक कभी किसी को धोखा नहीं दिया.

प्रभु ने भी माँ का सदा किया गुणगान...

प्रभु ने भी माँ का सदा किया गुणगान
कभी कृष्ण तो कभी राम बनकर, पुत्र बना भगवान.


प्रभु ने भी माँ का सदा किया गुणगान... 

उसकी ममता में आंगन-आंगन खेला
कभी माखनचोर तो कभी ठुमक - ठुमक चलत भगवान.

प्रभु ने भी माँ का सदा किया गुणगान...

माँ के हाथों से भोजन किया, अमृतजल पिया 
कभी मुख में सौरमंडल दिखाए भगवान. 

प्रभु ने भी माँ का सदा किया गुणगान...

संग - संग, खेल खेले, पीछे- पीछे दौड़ाए 
कभी आशीष पाए, कभी चरण कमल दबाये भगवान

रोमिल प्रभु ने भी माँ का सदा किया गुणगान...

Thursday, February 2, 2012

माँ जब याद तुम्हारी आती है...

माँ जब याद तुम्हारी आती है, आँखों से नीर बह जाती है
व्याकुल मन तुझे पुकारता है, चारों ओर उदासी छा जाती है.
माँ जब याद तुम्हारी आती है...

बैठा रह जाता हूँ चौखट पे, सारी रैन बीत जाती है.
सारी सुधि बुद्धि पल भर में खो हो जाती है.
माँ जब याद तुम्हारी आती है...
करुणा से भरे शब्द मुख से निकलते है
आँखें मंदिर की ओर खीची चली जाती है
माँ जब याद तुम्हारी आती है...

फूलमाला से लिपटी जब तस्वीर तुम्हारी देखता हूँ
आत्मा से एक चीख-पुकार निकल आती है.
माँ जब याद तुम्हारी आती है...

माँ जब याद तुम्हारी आती है, आँखों से नीर बह जाती है
व्याकुल मन तुझे पुकारता है, चारों ओर उदासी छा जाती है.
माँ जब याद तुम्हारी आती है... रोमिल...

मेरे दाता के दरबार में, सब लोगों का खाता. जो कोई जैसी करनी करना, वैसा ही फल पाता.

मेरे दाता के दरबार में, सब लोगों का खाता
जो कोई जैसी करनी करना, वैसा ही फल पाता.
मेरे दाता के दरबार में, सब लोगों का खाता - ४
क्या साधू, क्या संत, गृहस्थी, क्या राजा, क्या रानी - २
प्रभु की पुस्तक में लिखी है, सबकी करम कहानी.
अंतर्यामी अन्दर बैठा सबका हिसाब लगता.

मेरे दाता के दरबार में, सब लोगों का खाता
जो कोई जैसी करनी करना, वैसा ही फल पाता.

बड़े - बड़े कानून का प्रभु के, बड़ी - बड़ी मर्यादा - २
किसी को कौड़ी कम नहीं मिलती, मिले न पाए ज्यादा.
इसलिये यह दुनिया का, जगतपति कहलाता.

मेरे दाता के दरबार में, सब लोगों का खाता
जो कोई जैसी करनी करना, वैसा ही फल पाता.

चले न उसके आगे रिशिवत, चले नहीं चालाकी - २
उसकी लेन-देन की बन्दे, रीति बड़ी है बाँकी.
समझदार तो चुप है रहता, मुरख शोर मचाता.

मेरे दाता के दरबार में, सब लोगों का खाता
जो कोई जैसी करनी करना, वैसा ही फल पाता.
उजले करनी कर ले बन्दे, करम न करियो काला - २
लाख आँख से देख रहा है, तुझे देखने वाला.
उसकी तेज नज़र से बन्दे, कोई नहीं बच पाता.
मेरे दाता के दरबार में, सब लोगों का खाता
जो कोई जैसी करनी करना, वैसा ही फल पाता.
***
हे परम पिता सबका परिवार सुखी रहे ऐसा वरदान देना
सबके दुःख दूर करना,
सबकी बुद्धि का विकास करना
माँ का हर पल, हमेशा ख्याल रखना
मेरी गुनाह को क्षमा करना.

Wednesday, February 1, 2012

MAA IS LIKE AN ANGEL

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तुम करो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा.

तुम करो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा - ४
बरसेगा भाई बरसेगा - ६
तुम्हें होगा प्रभु का दीदार, अमृत बरसेगा.
तुम करो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा - ४

दया-धर्म से प्रीत कर लो,
भव-सागर से पार उतर लो.
तेरा जो जाये बेडा पार,
अमृत बरसेगा.
तुम करो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा - ४

सच्चे ज्ञान का पहला गहना,
कड़वा बोल कभी न कहना.
तुम करो आत्म उद्वार,
अमृत बरसेगा.
तुम करो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा - ४
प्रभु नाम का अमृत प्याला,
पीले बनकर तू मतवाला,
यह मिले न बारम्बार,
अमृत बरसेगा.
तुम करो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा - ४

तुम करो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा.
बरसेगा नित बरसेगा - २
तुम करो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा.

***
हे जगदीश्वर! सबको सुख-समृद्धि-ज्ञान देना
सबको असत्य को त्याग कर सत्य को धारण करे ऐसी शक्ति देना
माँ का हर पल ख्याल रखना 
माँ के दुखों को दूर करना
मेरी गलतियों को क्षमा करना.

"रोमिल" बचपन के दिन याद आते हैं...

"रोमिल" बचपन के दिन याद आते हैं...
जब माँ, अपने हाथों से उपले थपा करती थी...
धूप में उसे सुखाती थी...
~~~~~
अक्सर खाने के समय
मेरा दोस्तों के साथ खेलने चले जाना
माँ, का फिर पीछे
डंडी लेकर दौड़ते हुए आना
वोह जोर से चिल्ला कर कहना...
"कमीने, मरजाने" रोटी तो खा ले, फिर खेलते-मरते रहना"
"रोमिल" बचपन के दिन याद आते हैं...
~~~~~
सूरज रोज़ सुबह हँसते-खेलते हमारे घर आ जाता था
मैं चारपाई पर चादर ओढ़कर सोया-लेटा रहता था
माँ का सर पर हाथ फेरकर मुझे उठाना
वोह प्यार से कहना...
"सूरज-घर आया हैं
सूरज-घर आया हैं
देखो कितनी रोशनी
देखो कितनी खुशियाँ लाया हैं
सूरज-घर आया हैं
सूरज-घर आया हैं"
"रोमिल" बचपन के दिन याद आते हैं...
~~~~~
रात को जब आँगन में चूल्हा जला करता था
हम सब ज़मीन पर चूल्हा घेरकर रोटी खाते थे
माँ का प्यार से नंगे-नंगे पैरों में
गरम चिमटा मुझे लगाना
और डाँटते हुए कहना...
"दिन भर नंगे-नंगे पाओं घूमते रहते हो
इन पैरों को जला दूंगी"
"रोमिल" बचपन के दिन याद आते हैं...

#रोमिल

पिछले तीस सालों से तुझसे प्यार पाया था

पिछले तीस सालों से तुझसे प्यार पाया था
मैंने अपने जीवन में अदभूत खुशियों का संसार पाया था.

सीखा था तुझसे दुःख के पहाड़ पर, सुख के कमल खिलाना
मैंने ज़िन्दगी की डोर का अजब सा झूला पाया था.

पल-पल आँखों में सजते स्वपन प्यारे थे
मैंने आंधियों में भी दीपक जलने का हुनर पाया था.

तुझ पर फूल चढ़ाएँ माँ या खुद निछावर हो जाएँ    
मैंने तुझसे जीवन का अनमोल खज़ाना पाया था.

पिछले तीस सालों से माँ तुझसे प्यार पाया था.
रोमिल ने अपने जीवन में अदभूत खुशियों का संसार पाया था.

Tuesday, January 31, 2012

ॐ है जीवन हमारा, ॐ प्राणाधार है | ॐ है कर्ता विधाता, ॐ पालनहार है ||

ॐ है जीवन हमारा, ॐ प्राणाधार है | 
ॐ है कर्ता विधाता, ॐ पालनहार है || 

ॐ है दुःख का विनाशक, ॐ सर्वानन्द है | 
ॐ है बल तेजधारी, ॐ करुणाकंद है || 

ॐ सब का पूज्य है, हम ॐ का पूजन करें | 
ॐ ही के ध्यान से, हम शुद्ध अपना मन करें || 

ॐ के गुरुमंत्र जपने से, रहेगा शुद्ध मन | 
बुद्धि दिन प्रतिदिन बढ़ेगी, धर्म में होगी लगन || 

ॐ के जाप से हमारा, ज्ञान बढ़ता जायेगा | 
ॐ ही का जाप हमको, मुक्ति तक पहुँचायेगा || 

ॐ है जीवन हमारा, ॐ प्राणाधार है | 
ॐ है कर्ता विधाता, ॐ पालनहार है || 
***
इश्वर का निज नाम ॐ है| 
***
हे इश्वर माँ को अपने चरण में शरण देना
माँ का हमेशा हर पल ख्याल रखना
सबका पोषण करना
सबको विद्या, बल, ज्ञान देना
सबका कल्याण करना
सबके कष्टों को नष्ट करना.
***

माँ का चेहरा देख लेता था तो हज मेरी हो जाती थी.

माँ का चेहरा देख लेता था तो हज मेरी हो जाती थी.
उसकी सेवा कर लूं तो, इश्वर-सेवा की खवाइश पूरी हो जाती थी.

खुदा ने भी कुरान में माँ को जन्नत सा दर्जा दिया
उसके क़दमो में मुझे जन्नत मिल जाती थी.

आँखों से उसके सारा संसार देख लेता था
उसकी उंगलियाँ पकड़कर हर मंजिल मुझे मिल जाती थी.

थी ममता उसमे इतनी सागर भी कम पड़ जाये
रोमिल उसकी बाहों में मुझे हर ख़ुशी मिल जाती थी...   

कभी थपकी तो कभी लोरी देकर सुलाती थी

कभी थपकी तो कभी लोरी देकर सुलाती थी
जब मैं बीमार होता था तो डॉक्टर को बुला कर लाती थी
अपने आँचल से मेरे आंसू को पोछ देती थी
जब मैं पढ़ता था तो माँ रात भर जागती थी.

हर पल मेरा साथ देती थी
रोमिल, हर पल मेरा साथ देती थी.
माँ मेरी आत्मा होती थी.

धूप में छावं सी होती है माँ

रोमिल, धूप में छावं सी होती है माँ
हर ज़ख्म पर मरहम सी होती है माँ
यम भी जिसे छू न सके
वोह दुआ सी होती है माँ.., 

Monday, January 30, 2012

ॐ भूर्भुवः स्वः | तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य | धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ||

ॐ भूर्भुवः स्वः   

तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि  
धियो यो नः प्रचोदयात् ॥

Om Bhuur Bhuvah Svah 
Tat-Savitur Varennyam Bhargo Devasya Dhiimahi
Dhiyo Yo Nah Pracodayaat || 
===========

तूने हमें उत्पन्न किया, पालन कर रहा है तू. 
तुझसे ही पाते प्राण हम, दुखियों के कष्ट हरता तू.

तेरा महान तेज है, छाया हुआ सभी स्थान. 
सृष्टि के वस्तु-वस्तु में, तू हो रहा है विद्यमान.

तेरा ही धरते ध्यान हम, मंगाते तेरी दया. 
इश्वर हमारी बुद्धि को, श्रेष्ठ मार्ग पर चला.

दाता हमारी बुद्धि को, वेद मार्ग पर चला.
गायत्री माँ सबका कल्याण करना
सबको सुख-शांति-समृधि-ज्ञान देना
सबके दुखों को दूर करना
माँ का हर पल हमेशा ख्याल रखना
उनका पालन-पोषण करना
जय गायत्री माँ
जय गायत्री माँ
जय गायत्री माँ
**** 

माँ की याद बहुत आती है...

आँगन में तुलसी जब खिलती है
माँ की याद बहुत आती है...
जब चिड़ियाँ द्वार पर चिचिहाती है
माँ की याद बहुत आती है...
***
सुखमनी साहिब के शबद जब सुनूँ
कुर्सी पर बैठी माँ की झलक नज़र आती है...
गैस के चूल्हा पर जब खीर पके
माँ की याद बहुत आती है...
***
दरवाज़े की घंटी जब बजाऊँ
ऐसा लगता है माँ दौड़ी चली आती है
तकिये पर जब सर लगाऊं
माँ की गोद बहुत याद है
माँ की याद बहुत आती है...
***
सूनापन घर में फैला रहता है
खिड़की से भी सूरज नज़र नहीं आता है
अँधेरा मन में छाया रहता है
आँखों से जल बह जाता था
रोम - रोम माँ पुकारता है...
माँ की याद बहुत आती है...
रोमिल माँ की याद बहुत आती है...

माँ के हाथों से बनी दाल रोटी याद आती है

माँ के हाथों से बनी दाल रोटी याद आती है
मुझे वही बचपन की बातें याद आती है...

कितने नखरे करता था मैं खाने में
गोदी में बैठाकर, वोह माँ की दुलार याद आती है...

बिस्तर पर दाल गिरा देता था
कमरे में रोटी बिखरा देता है
बड़े प्यार से वोह अन्न की इज्ज़त करना सीखाती थी
वोह सीख याद आती है...

मेरे पीछे कटोरी लेकर दौड़ना
रोमिल, मेरे पीछे कटोरी लेकर दौड़ना
वोह दिन-रात की उसकी भागम दौड़ याद आती है...

माँ के हाथों से बनी दाल रोटी याद आती है
मुझे वही बचपन की बातें याद आती है...

Friday, January 27, 2012

Naam Japo Mere Sajan Sena

maerai man than praem nam adhhar ||
nam japee namo sukh sar ||1||
nam japahu maerae sajan saina ||
nam bina mai avar n koee 
vaddai bhag guramukh har laina ||1|| rehao ||
nam bina nehee jeevia jae ||
vaddai bhag guramukh har pae ||2||
nameheen kalakh mukh maeia ||
nam bina dhhrig dhhrig jeevaeia ||3||
vadda vadda har bhag kar paeia ||
naanak guramukh nam dhivaeia ||4||4||56||

***
SATNAM SRI WAHEGURU JI
SATNAM SRI WAHEGURU JI
***
Sri Waheguru Ji sabke jeevan mein sukh-shanti laana
sabke kaaraj poore karna
Maa ka har pal dhyan rakhana
Maa ko saari khushiyaan bakshees karna
Meri bhuloon, galtiyon ko shama karna
***
SATNAM SRI WAHEGURU JI
SATNAM SRI WAHEGURU JI

मेरी माँ के कदमो के सिवा कुछ भी नहीं

यह मंदिर, यह मस्जिद, यह दर कुछ भी नहीं
रोमिल, मेरी माँ के कदमो के सिवा कुछ भी नहीं


बिन मांगे ही हर खवाइश पूरी हो जाती है
यह पत्थर के भगवानों के वादे कुछ भी नहीं...


ममता, प्यार, दुलार, स्नेह का ऐसा संगम है
जिसके आगे संगम स्थल कुछ भी नहीं...


शिष्टाचार, व्यवहार, ज्ञान, इंसानियत का वोह सबक मिला है
जिसको पढ़कर, किताबों के सबक कुछ भी नहीं...

माँ क्या मिली मैं खुदा को भी भूल गया...

माँ क्या मिली मैं खुदा को भी भूल गया...
अब और क्या कहने को रह गया...

उसकी आँखों में इतनी ममता दिखी
मैं उसी जन्नत में सुकून-चैन से रह गया...

उसकी गोद में इतना आराम मिला
सब ऐसो-आराम का सामान धरा सा रह गया...

हर जन्म में यही माँ मिले
रोमिल, मेरी सब आरजूओं का बस यही एक सार रह गया...

Thursday, January 26, 2012

राह में मशाल जलाये रहती थी

राह में मशाल जलाये रहती थी
मुझको ज़िन्दगी की ठोकरों से बचाए रहती थी...

यम नहीं आता था मेरे करीब
दुआओं की ऐसी ताबीज़ पहनाई रहती थी...

गायब हो जाते थे मेरी आंसू पल भर में जाने कहाँ
वोह खुशियों की ऐसी चादर मुझे उड़ा देती थी...

एक रोज़ ऐसा हुआ मैं रात को भूखा सो गया
रोमिल, एक रोज़ ऐसा हुआ मैं रात को भूखा सो गया  
उस रोज़ से मेरी माँ मुझे बिना खिलाये नहीं सोती थी...

मेरे गुस्से पर भी प्यार बरसाती थी
मेरी माँ ऐसी ममता की मूरत होती थी...

EHI NAAM HAI SAHARA EHI NAAM HAI ADHARA SATNAM SRI WAHEGURU

SATNAM SRI WAHEGURU
SATNAM SRI WAHEGURU
EHI NAAM HAI SAHARA
EHI NAAM HAI ADHARA
SATNAM SRI WAHEGURU
SATNAM SRI WAHEGURU
MUK JANDE NE JISM DA, 
PAR AATMA AMAR HAI,
JIDE ANG SANG PRABHU HAI,
OHNU PHIR KISDA DARR HAI.
SATNAM SRI WAHEGURU
SATNAM SRI WAHEGURU
***
SATNAM SRI WAHEGURU JI
SATNAM SRI WAHEGURU JI
maa ko sukh-shanti dena
meri galtiyon ko shama karna
sabke dukh-takleef-kalesh-dard durr karna
sabko  khushiyaan dena
SATNAM SRI WAHEGURU JI
SATNAM SRI WAHEGURU JI 

अब कोई मुझसे पूछता नहीं

अब कोई मुझसे पूछता नहीं
तू घर जल्दी आता क्यों नहीं?

फिर सुबह जागने में नौटंकी करेगा
टी.वी. बंद कर जल्दी सोता क्यों नहीं?

बाहर इतनी ठण्ड पड़ रही है
तू टोपी, दस्ताने पहनता क्यों नहीं?

कैसे समझाऊँ यह बात इस पागल दिल को रोमिल
माँ जैसा कोई होता क्यों नहीं?

#रोमिल